नयी दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत देश के अगले राष्ट्रपति के पद के लिए होने वाले चुनाव से भले ही खुद को अलग करने का बयान दे रहे हों, लेकिन उनके नाम पर विचार करने के लिए विरोधी दल के नेताओं की ओर से मांग की जा रही है. हालांकि, अभी हाल ही में शिवसेना की ओर से भी उनके नाम पर विचार करने की बात कही गयी थी. इस बार कांग्रेस के पूर्व मंत्री सीके जाफर शरीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सरसंघचालक मोहन भागवत के नाम पर विचार करने की मांग की है.
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में पूर्व कांग्रेसी मंत्री जाफर शरीफ ने कहा है कि राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत के नाम पर विचार किए जाने पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. सीके जाफर शरीफ ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा कि मुझे निजी तौर पर लगता है कि राष्ट्रपति पद की दावेदारी के लिए मोहन भागवत के नाम से किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, राजग सरकार संघ प्रमुख मोहन भागवत को अगला राष्ट्रपति बना सकती है. शिवसेना की ओर से ऐसी मांग की गयी थी कि हिदुत्व का चेहरा और साफ छवि वाले मोहन भागवत को देश का अगला राष्ट्रपति बनाया जाये. हालांकि, इसके बाद भागवत ने यह साफ भी कर दिया है कि वो राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं और उन्हें वहां नहीं जाना है.
राष्ट्रपति बनाए जाने की खबरों पर अपने एक संबोधन में भागवत ने कहा है कि मीडिया में जो चल रहा है, वह होगा नहीं. हम संघ में काम करते हैं और हमें वहां नहीं जाना है. अगर प्रस्ताव आता भी है, तो हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे. उधर, शिवसेना के सांसद संजय राउत ने संकेत दिये हैं कि उनकी पार्टी मोहन भागवत को राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार घोषित कर सकती है. उन्होंने कहा कि अगर भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है, तो भागवत सही पसंद होंगे. हालांकि, इस बारे में आखिरी फैसला उद्धव ठाकरे लेंगे.