देहरादून : मानव तस्करी के एक सनसनीखेज मामले में कथित रूप से गरीबी से परेशान एक महिला ने अपने चार महीने के पुत्र को 70 हजार रुपये में बेच दिया. हालांकि, पुलिस ने बच्चे के सौदे के दौरान ही मामला पकड़ लिया और बेचने वाली महिला, उसकी बहन तथा खरीदार सहित चार व्यक्तियों को मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने आज यहां बताया कि मामला कल यहां रेलवे स्टेशन पर सामने आया जहां समीपवर्ती डोइवाला इलाके के कैमरी गांव की रहने वाली सुनीता अपने बच्चे को लेकर पहुंची. वहां उसकी ट्रैफिक होमगार्ड बहन अनीता सिंह एक अन्य महिला अनीता मिश्रा के साथ पहले से मौजूद थी. सुनीता ने अपना बच्चा अनीता मिश्रा को सौंप दिया और बदले में उसने 70 हजार रुपये सुनीता को दिये.
हालांकि उनकी गतिविधियों पर वहां तैनात पुलिस वालों की नजर पड़ी और शक के आधार पर हुई पूछताछ से पूरा मामला खुल गया. इन तीनों महिलाओं के अलावा पुलिस ने अनीता मिश्रा के आगरा में गैर सरकारी संगठन चलाने वाले पति जगदीश मिश्रा को भी गिरफ्तार किया है. पूछताछ में पता चला कि बच्चा आगरा के ही किसी विनोद शुक्ला के यहां पहुंचाया जाना था.
बच्चा बेचने वाली महिला के दो और बच्चे भी हैं. उसने पुलिस को बताया कि गरीबी और पति की शराब की लत के कारण वह अपने बच्चों की सही ढ़ंग से परवरिश नहीं कर पा रही थी और इसलिए उसने अपने इस बच्चे को गोद देने का फैसला किया था. हालांकि, वह इस बात का जबाव नहीं दे पायी कि उसने बच्चे के एवज में 70 हजार रुपये क्यों लिये. पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी का मुकदमा दर्ज किया है.