जींद : जींद जिले के पेगां गांव में आज दोपहर को केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेन्द्र सिंह और उनकी पत्नी तथा उचाना की विधायक प्रेमलता उस समय बाल बाल बच गए जब उनका हेलीकॉप्टर उतर रहा था और अचानक वहां भैंसें आ गईं. अगर पायलट सूझबूझ से काम नहीं लेता तो कोई भी अनहोनी हो सकती थी.
पेगां गांव में प्रस्तावित दौरे को लेकर केंद्रीय इस्पात मंत्री का हेलीकॉप्टर दोपहर एक बजकर करीब 45 मिनट पर तालाब के पास बने हेलीपेड पर उतरने वाला था. इसी बीच तालाब से चार-पांच भैंसे निकल कर हेलीकाप्टर की तरफ दौड़ी. भैंसों को तालाब से निकल कर हेलीकॉप्टर की तरफ दौड़ते देख पायलट ने हेलीकाप्टर को कुछ देर हवा में ही रोके रखा. यह स्थिति देख जिला प्रशासन और गुप्तचर विभाग के कर्मचारियों में हडकंप मच गयी.
बहरहाल, भैंसों को वहां से तत्काल हटाया गया और फिर हेलीकॉप्टर उतरा. गांव पेगां में केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेन्द्र सिंह और उनकी पत्नी तथा उचाना की विधायक प्रेमलता के दौरे को लेकर जिला प्रशासन ने हेलीकाप्टर के लिए गांव के तालाब के पास हेलीपेड बनाया था. इससे पहले कभी भी तालाब के नजदीक हेलीपेड नहीं बनाया गया था. जिला प्रशासन ने हेलीपेड के आसपास लकड़ी की बल्लियां और लोहे के बेरिकेट्स लगवाए थे.
तालाब की ओर वाले हिस्से में दो सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था. ड्यूटी मजिस्ट्रेट एवं नायब तहसीलदार कृष्ण कुमार ने बताया कि सुरक्षा का जिम्मा पुलिस का होता है. अपने बारे में उन्होंने कहा कि वह पूरे दिन एसडीएम के साथ थे. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अपनी ओर से पूरी ऐहतियात बरती थी फिर भी जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था.