चेन्नई : पूर्व केंद्रीय मंत्री एम के अलागिरी ने खुद को निलंबित किए जाने के द्रमुक के फैसले से हतप्रभ होकर आज आरोप लगाया कि पार्टी में लोकतंत्र खत्म हो गया है.
उन्होंने सवाल पूछा कि उनके छोटे भाई एम के स्टालिन के उन समर्थकों के खिलाफ ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई जिन्होंने उनके समर्थन में पोस्टर लगाए और पार्टी के भावी अध्यक्ष के तौर पर उनका स्वागत किया.अलागिरी ने कहा कि उनके पिता एम करुणानिधि के नेतृत्व वाली पार्टी में अंदरुनी चुनावों के संबंध में पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं की ओर से लगाए गए कुछ आरोपों के संबंध में न्याय मांगने के लिए उन्हें ‘‘पुरस्कृत’’ किया जा रहा है.
द्रमुक नेता ने कहा कि उन्होंने यह मामला पार्टी आलाकमान के समक्ष उठाया था जिन्होंने जांच का वादा किया था लेकिन कुछ नहीं किया.
उनसे पूछा गया था कि क्या ‘‘भ्रम पैदा करने की वजह से’’ उन्हें निलंबित किया गया। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि अगर उनके समर्थन में पोस्टर लगाना गलत है तो स्टालिन और उनके समर्थकों के मामले में भी ऐसा ही किया जाना चाहिए.