नयी दिल्ली : एम्स में केंद्रीय मंत्री शशि थरुर की पत्नी सुनंदा पुष्कर का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के निष्कर्ष में कहा गया है कि ऐसा लग रहा है कि दवा की अत्यधिक मात्रा के कारण सुनंदा की मौत हुई. एम्स सूत्रों के अनुसार, डॉक्टरों ने सुनंदा की मौत के लिए दवा की अत्यधिक मात्रा (ड्रग ओवरडोज) को कारण बताया.
इधर सुनंदा के कॉरपोरेटर वकील दोस्त रोहित कोचर की मानें, तो सुनंदा को मृत्यु का पूर्वाभास हो गया था. वह इसको लेकर चिंतित भी रहती थीं. उन्होंने तीन महीने पहले अपने रोहित से वसीयत बनाने में मदद मांगी थी. सुनंदा ने कहा था, जिंदगी का कोई भरोसा नहीं. रोहित कहते हैं कि जब सुनंदा अच्छे मूड में थीं, अपनी बीमारी को लेकर जीवन की अनिश्चितता के संबंध में बात की थी.
दंड प्रक्रिया संहिता के प्रावधान के तहत पोस्टमार्टम रिपोर्ट कल शाम को इस मामले की जांच कर रहे उपसंभागीय मजिस्ट्रेट आलोक शर्मा को सौंपी गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट की विस्तृत जानकारी का खुलासा करने से इंकार करते हुए शर्मा ने कहा कि वह थरुर और सुनंदा के भाई सहित अन्य लोगों के बयानों और अन्य सबूतों को ध्यान में रखते हुए इस पर गौर करेंगे.
शर्मा ने कहा, इस आधार पर मैं बता पाऊंगा कि मौत का क्या कारण है और फिर पुलिस को रिपोर्ट सौंपेगे कि मौत को लेकर मामला बनता है या नहीं और पुलिस को आगे जांच करनी चाहिए या नहीं. कुछ पुलिस अधिकारियों के साथ एसडीएम होटल भी गये. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे भविष्य की योजना पर फैसला करने से पहले एसडीएम की रिपोर्ट का इंतजार करेंगे.
डॉक्टर सुधीर के गुप्ता के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल ने शनिवार को पोस्टमार्टम किया था. गुप्ता ने कहा था कि होटल में सुनंदा की मौत अप्राकृतिक है. सूत्रों के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शराब की मौजूदगी से इंकार किया गया है. इस रिपोर्ट में उनके चेहरे और हाथों पर चोट के कई निशान पाए गए.
सूत्रों ने चोटों के कारण मौत होने की बात से इंकार किया है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि होटल के कमरे से अवसाद निरोधी दवा एल्प्रोजैलम के दो पत्ते पाए गए हैं. सूत्रों ने कहा कि आशंका है कि कम समयान्तराल में सुनंदा ने कम से कम 27 गोलियां खाई हैं. दवाओं के खाली पत्ते इस बात का सबूत हैं.