गाजियाबाद :आम आदमी पार्टी (आप) में बगावत के सूर और तेज होते चले जा रहे है. विनोद कुमार बिन्नी के बाद पार्टी के एक और विधायक सुरेंद्र कुमार ने खुलकर बागी विनोद कुमार बिन्नी का समर्थन कर दिया है. उन्होंने कहा- बिन्नी ने जो मुद्दे उठाए हैं, वह बिल्कुल सही हैं, लेकिन उन्होंने जो तरीका अपनाया है वह गलत है. उन्होंने पार्टी से कहा कि बिन्नी पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए. सुरेंद्र ने कहा कि यह परिवार का मामला है और इसे आपस में मिल-बैठ कर सुलझा लेना चाहिया था. लेकिन ने इसे बहुत बड़ा बना दिया.
आम आदमी पार्टी ने आज अपने विधायक विनोद कुमार बिन्नी द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि पार्टी के खिलाफ ‘बेबुनियाद आरोप’ लगाने के कारण विधायक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
आप कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि विधायक को लोकसभा चुनाव के लिए टिकट देने से इंकार कर दिया गया था इसलिए वह पार्टी के खिलाफ ‘आधारहीन आरोप’ लगा रहे हैं. यादव ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘पार्टी के राजनैतिक मामलों की समिति बिन्नी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरु करेगी और इसके तहत उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा.’’
यादव ने कि पार्टी के सदस्यों की राय भिन्न-भिन्न हो सकती है लेकिन आप अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी.लक्ष्मीनगर से चुने गए आप के रुठे विधायक बिन्नी ने आज पार्टी पर आरोप लगाया था कि वह अपने चुनावी वादों से पीछे हटते हुए दिल्ली के लोगों के साथ ‘धोखा’ कर रही है. बिन्नी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक ‘तानाशाह’ बताया. बिन्नी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कई मुद्दों को लेकर आप नेतृत्व पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार बनाने के लिए कांग्रेस से समर्थन लेना ‘पार्टी के सिद्धांतों के साथ समझौता’ था.
यादव ने कहा, ‘‘आज जब बिन्नी बोल रहे थे, तो ऐसा लग रहा था कि वे किसी और की दी हुई पटकथा पढ़ रहे हैं. उन्होंने वे सभी मुद्दे उठाए, जिन्हें पिछले कुछ दिनों से नेता प्रतिपक्ष हर्षवर्धन उठाते रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर उन्हें पार्टी या उसके नेताओं से कोई समस्या थी तो उसे जताने के तरीके हैं. वे इन मुद्दों को पार्टी के बीच में उठा सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसे मुद्दों को कभी भी पार्टी की बैठकों में नहीं उठाया. यह बहुत दुखद है.’’यादव ने यह भी कहा कि बिन्नी को अपनी निजी महत्वाकांक्षाओं को लोगों की उम्मीदों और अपेक्षाओं से उपर नहीं रखना चाहिए.
यादव ने कहा कि पार्टी के विधायक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 14 जनवरी को मिले थे और बैठक के दौरान बिन्नी ने एक भी मुद्दा नहीं उठाया. उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बिन्नी चयन समिति के एक सदस्य थे. वे हर महत्वपूर्ण बैठक के दौरान मौजूद थे और यदि उन्हें कोई भी समस्या थी तो वे इन्हें पार्टी के मंच पर उठा सकते थे.’’ आप के इस वरिष्ठ नेता ने कहा कि बिन्नी की रुचि दरअसल मंत्री पद में है और वे पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए बहुत उत्सुक हैं.