नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल के शपथग्रहण की तारीख एक विचित्र संयोग से उस तारीख को पड़ रही है जिस दिन कांग्रेस का 128वां स्थापना दिवस है.केजरीवाल 28 दिसंबर को शपथ लेंगे और यही कांग्रेस के स्थापना दिवस की भी तारीख है.
कार्यकर्ता से राजनेता बने केजरीवाल दिल्ली के सातवें मुख्यमंत्री के रूप में यहां के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में शपथ लेंगे.नयी सरकार का जन्म संयोग से भारत की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के स्थापना दिवस की तारीख को होगा. कांग्रेस को हाल में दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के हाथों शर्मनाक पराजय का सामना करना पड़ा है.
कांग्रेस ने आप को बाहर से समर्थन देने का फैसला किया. हालांकि, इस मुद्दे पर कांग्रेस आपस में बंट गई है.आप को जहां 28 सीटें मिली थीं, वहीं भाजपा के खाते में 31 सीटें आयी थीं और यह सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. लेकिन दोनों ही दल सरकार बनाने के लिए जरूरी 36 के आंकड़े को छूने में असफल रहे.
दिल्ली सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल और छह विधायकों को रामलीला मैदान में दोपहर 12 बजे एक सार्वजनिक समारोह में शपथ दिलाई जाएगी.रामलीला मैदान में ही अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाया था और तभी केजरीवाल पूरे देश में जाने जाने लगे थे .
केजरीवाल के साथ कैबिनेट मंत्रियों के रूप में मनीष सिसौदिया, राखी बिरला, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, गिरीश सोनी और सतेंद्र जैन शपथ लेंगे.चार राज्यों में विधानसभा चुनावों में मुंह की खाने के बाद कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों से पहले अपनी चुनावी रणनीति को दुरुस्त करने की कोशिशों में लगी है. 128 साल पुरानी पार्टी अब राष्ट्रीय राजधानी में इतिहास रचने वाली आम आदमी पार्टी के शपथग्रहण समारोह के साथ अपने स्थापना दिवस को कोष्ठक में पा रही है.