नयी दिल्ली : अपने आंदोलन को एक कदम आगे ले जाते हुए जेएनयू छात्र आज संसद की ओर मार्च करेंगे. ये छात्र देशद्रोह के मामले में जेल में बंद उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य, एसएआर गिलानी की रिहाई की मांग करते हुए यह मार्च करेंगे. संभावना है कि तीन मार्च को जमानत पर रिहा छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार भी इस मार्च में शामिल हो सकते हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मार्च दोपहर में दो बजे मंडी हाउस से शुरू होगा. जेएनयू छात्र संघ की उपाध्यक्ष शहला राशिद शोरा ने कहा, ‘‘बेंगलूरु और हैदराबाद में भी इसी तरह का प्रदर्शन होगा जहां पर छात्रों के खिलाफ प्रतिशोध के विरोध में विश्वविद्यालय हमारे समर्थन में आया है.”
वहीं दूसरी ओर जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) की एक उच्चस्तरीय समिति ने कथित रुप से राष्ट्रविरोधी नारेबाजी वाले पिछले महीने के एक विवादित कार्यक्रम में कथित भूमिका को लेकर कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और दो अन्य छात्रों को निकालने की सिफारिश की है. हालांकि सूत्रों ने कहा कि समिति की सिफारिश पर फैसला सुझावों पर पूरी जांच के बाद कुलपति एम जगदीश कुमार और मुख्य प्रॉक्टर ए डिमरी द्वारा किया जाएगा. कुलपति की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में आज इस रिपोर्ट पर चर्चा हुई जिसके बाद विश्वविद्यालय ने कन्हैया और उमर सहित 21 छात्रों को कारण बताओ नोटिस भेजे. ये छात्र विश्वविद्यालय नियम एवं अनुशासन के उल्लंघन के दोषी पाए गए थे.
आपको बता दें कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के विरोध में आयोजित एक कार्यक्रम की जांच के लिए 10 फरवरी को समिति का गठन किया गया था. कार्यक्रम को लेकर कन्हैया, उमर और अनिर्बान को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. कन्हैया को तीन मार्च को तिहाड से जमानत पर रिहा किया गया जबकि उमर एवं अनिर्बान अब भी न्यायिक हिरासत में हैं.