मुंबई : मुंबई पुलिस ने कलाकार हेमा उपाध्याय और उनके वकील हर्ष भंबानी की हत्या के मामले में आरोप पत्र दाखिल किया है जिसमें उनके पति एवं कलाकार चिंतन उपाध्याय को मुख्य आरोपी बनाया गया है.चिंतन और चार अन्य लोगों … विद्याधर राजभर, प्रदीप राजभर, शिवकुमार राजभर और विजय राजभर के खिलाफ कल बोरीवली मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत में 2000 पृष्ठों का आरोप पत्र दायर किया गया.
चिंतन, प्रदीप और शिवकुमार हिरासत में है जबकि विद्याधर अब भी फरार हैं एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘हमने जांच पूरी कर ली है और बोरीवली मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर कर दिया है. सत्र अदालत के समक्ष मामला जाने के बाद आरोप तय किए जाएंगे और सुनवाई शुरु होगी.’
उन्होंने कहा कि पुलिस उज्ज्वल निकम को मामले में विशेष सरकारी अभियोजक नियुक्त किए जाने की सिफारिश करेगी. पुलिस ने मामले में भगोडे आरोपी विद्याधर की मां समेत 30 गवाहों को सूचीबद्ध किया है. विद्याधर की मां ने अपने बयान में कथित रुप चिंतन का नाम लिया था.
पुलिस के अनुसार विद्याधर की मां ने कहा है कि उसके बेटे ने उसे पहले बताया था कि हेमा की हत्या करने के लिए चिंतन ने उसे सुपारी दी थी. पुलिस ने विद्याधर की मां के अलावा हेमा के नौकर ललित मंडल को गवाहों की सूची में शामिल किया है.
मंडल ने कांदिवली पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि हेमा के लापता होने के बाद चिंतन का फोन आने पर उसे ‘‘हैरानी’ हुई थी क्योंकि वह अपनी पत्नी के बारे में जानने के लिए बमुश्किल ही कभी फोन करता था.मंडल ने कहा कि दिल्ली में रह रहा चिंतन उसे हेमा के बारे में पूछने के लिए अमूमन फोन नहीं किया करता था क्योंकि उनके संबंध तनावपूर्ण थे.
एक अधिकारी ने कहा कि चिंतन आठ दिसंबर की रात को मुंबई से चला गया था. मंडल ने दावा किया है कि 11 दिसंबर को हेमा के लापता होने बाद उसे चिंतन ने फोन किया था और पूछा था कि क्या वह घर पर है और क्या हेमा वहां मौजूद है. इससे ऐसा लगता है कि वह यह जानना चाहता था कि उसकी योजना सफल रही या नहीं. तब मंडल ने उसे हेमा के लापता होने की सूचना दी थी.
पुलिस के पास सीसीटीवी फुटेज जैसे अहम तकनीकी सबूत भी हैं जिनमें दोनों पीडितों को अपनी कार को छोडते और फिर विद्याधर की वर्कशॉप में जाते देखा जा सकता है. आरोप पत्र में चिंतन और विद्याधर समेत अन्य आरोपियों के कॉल और उनके बीच किए गए संदेशों के आदान प्रदान के रिकॉर्ड के अलावा कुछ गवाहों के बयान भी शामिल हैं.
पुलिस ने आरोप पत्र में दावा किया है कि भंबानी की हत्या भी सोची समझी साजिश के तहत की गई क्योंकि वह हेमा के सभी मामलों में उसका प्रतिनिधि था और चिंतन उन दोनों की हत्या करना चाहता था. हेमा (43) और उसके वकील (65) की हत्या की साजिश रचने के आरोपी चिंतन को 22 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस के अनुसार प्लास्टिक से लिपटे और गत्ते के अलग अलग डिब्बों में बंद दोनों पीडितों के शव पिछले साल 12 दिसंबर को कांदिवली उपनगर के एक नाले में पडे मिले थे.