नयी दिल्ली : मॉडल जेसिका लाल की 1999 में हत्या करने के लिए आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे सिद्धार्थ वशिष्ठ उर्फ मनु शर्मा को दिल्ली उच्च न्यायालय ने स्नातकोत्त्र परीक्षा में भाग लेने के लिए आज नौ दिन के पैरोल की मंजूरी दे दी.मानवाधिकारों में स्नातकोत्तर परीक्षा के बारे में पुलिस की स्थिति रिपोर्ट मिलने के बाद न्यायमूर्ति हिमा कोहली ने शर्मा को 28 दिसम्बर से अगले वर्ष पांच जनवरी तक पैरोल की मंजूरी दी.
यह परीक्षा 30 दिसम्बर से होगी. बहरहाल न्यायमूर्ति कोहली ने स्पष्ट किया कि शर्मा दिल्ली के परीक्षा केंद्र पर उपस्थित होंगे न कि चंडीगढ़ में. शर्मा के वकील ने अदालत से कहा कि जेल के अधिकारियों ने उनके मुवक्किल के अच्छे व्यवहार को देखते हुए कई सर्टिफिकेट दिए हैं.वकील ने कहा कि उसने दोषियों के 470 बच्चों की पढ़ाई का वित्तपोषण किया. उन्होंने कहा कि शर्मा ने अदालत की किसी भी शर्त का उल्लंघन नहीं किया है. उन्होंने कहा कि इस बार भी अदालत जो शर्ते लगायेगी उनका पालन किया जाएगा.
पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे मनु शर्मा को 1999 में जेसिका लाल की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. मनु ने स्नातकोत्तर परीक्षाओं के दूसरे सेमेस्टर की तैयारी करने और परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए उच्च न्यायालय से एक महीने के पैरोल की मांग की थी. उन्होंने याचिका में कहा था कि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए उन्हें ‘‘थिसिस, फील्ड रिपोर्ट, स्टडी रिपोर्ट, केस स्टडी रिपोर्ट और गाइड चुनना है.’’