नयी दिल्ली: अन्ना हजारे का अनशन सातवें दिन में प्रवेश कर गया है और सरकार ने आज ऐलान किया कि लोकपाल विधेयक उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा वह इस विधेयक को पारित कराने के लिए संसद का मौजूदा सत्र बढाने को भी तैयार है.
हजारे द्वारा विधेयक का समर्थन किये जाने का जिक्र करते हुए संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने आज आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल की आलोचना की. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति करने वाले विधेयक में खामियां निकाल रहे हैं. यह पूछने पर कि क्या विधेयक का विरोध कर रही सपा को राजी कर लिया गया है, कमलनाथ ने कहा कि उनकी सरकार विधेयक को पारित कराने के लिए सभी दलों का समर्थन हासिल करने का हरसंभव प्रयास करेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी से बात कर रहे हैं. हम सभी पार्टियों से अपील कर रहे हैं कि वे सरकार का सहयोग करें क्योंकि लोकपाल विधेयक देश की जरुरत है.’’ कमलनाथ की यह टिप्पणी कांग्रेस कोर समूह की बैठक के बाद आयी. बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने शिरकत की. विधेयक कल विचार और पारण के लिए राज्यसभा में आना है.
नाथ ने कहा कि लोकपाल विधेयक सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है. यह देश के लिए ऐतिहासिक विधेयक है. देश को इसकी जरुरत है. हम चाहते हैं कि इसी सत्र में संसद के दोनों सदन इस विधेयक को पारित करें. उन्होंने कहा कि यदि जरुरत पडी तो संसद का मौजूदा सत्र बढाया जाएगा. यदि जरुरत पडी तो हम सदन में देर तक बैठने को तैयार हैं. हजारे ने राज्यसभा में पेश संशोधित लोकपाल विधेयक की प्रशंसा की है. केजरीवाल ने इसे जोकपाल करार दिया है.