नयी दिल्ली : देश के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में एक सर्वेक्षण में 53 फीसदी छात्राओं ने अपने जीवनकाल में किसी न किसी समय पर यौन उत्पीड़न का शिकार होने का खुलासा किया है. मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डा शशि थरुर ने लोकसभा में सदस्यों के सवालों के लिखित जवाब में यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि जवाहर लाल नेहरु विवि ने मंत्रालय को सूचित किया है कि अगस्त 2013 में विवि ने लैंगिक संबंधों को लेकर एक आंतरिक सर्वेक्षण कराया था जिसमें 528 लोगों को एक नमूना सर्वेक्षण के तौर पर लिया गया. थरुर ने बताया कि सर्वेक्षण में 53 फीसदी प्रतिभागियों ने खुलासा किया कि उन्हें अपनी जिंदगी में कभी न कभी यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा है.
जेएनयू ने आगे बताया है कि सर्वेक्षण के नतीजे यह नहीं बताते कि यौन उत्पीड़न विवि परिसर में हुआ. सर्वेक्षण के अनुसार, यौन उत्पीड़न का मुख्य कारण एक ऐसे सामाजिक ढांचे का अस्तित्व में होना है जहां महिलाओं को निम्न दर्जा दिया जाता है और एक ऐसी संस्कृति भी इसके लिए उत्तरदायी है जो लैंगिक रुप से असंवेदनशील है.