नयी दिल्ली : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने आज कहा कि सहकर्मी के यौन उत्पीड़न के आरोपी तहलका पत्रिका के संपादक तरुण तेजपाल के मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में एक महिला न्यायाधीश द्वारा की जाएगी.
आज तक एजेंडा में एक सवाल के जवाब में पार्रिकर ने कहा ‘‘तेजपाल के मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में एक महिला न्यायाधीश द्वारा की जाएगी. हम उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देशों का पालन करेंगे.’’ उन्होंने कहा ‘‘न्याय मिलने में अगर विलंब हो तो वह अर्थहीन हो जाता है इसलिए सभी मामलों में शीघ्र न्याय दिया जाना चाहिए.’’ पार्रिकर ने यह भी कहा कि राज्य में लंबित मामलों की संख्या बहुत कम है.
सहकर्मी का पिछले माह यौन उत्पीड़न करने के आरोप में तेजपाल गोवा पुलिस की हिरासत में हैं. उन्होंने कहा कि तेजपाल के स्टिंग ऑपरेशनों से भाजपा प्रभावित हुई थी लेकिन फिर भी तेजपाल के साथ ‘‘गलत तरीके से’’ सलूक नहीं किया जाएगा.
पार्रिकर ने कहा ‘‘यह आपराधिक जांच का मामला है. आपराधिक जांच में हस्तक्षेप करना मेरी आदत नहीं है.’’उन्होंने कहा ‘‘मैं देखूंगा कि लड़की को न्याय मिले. किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि सिर्फ पृष्ठभूमि की वजह से ही तेजपाल के साथ अलग तरीके का या गलत तरीके से सलूक किया जाएगा.’’ तेजपाल के स्टिंग ऑपरेशन की वजह से तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष बंगारु लक्ष्मण को इस्तीफा देना पड़ा था.