नयी दिल्ली : महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने लैंगिक संवेदनशीलता बनाने में पुरुषों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए आज अपनी इस टिप्प्णी से संभावित रुप से विवाद उत्पन्न कर दिया कि सभी हिंसा के जनक पुरुष होते हैं.
मेनका ने इसके साथ ही कहा कि उनका मंत्रालय विद्यालयों में जेंडर चैंपियंस की अवधारणा पर काम कर रहा है जिसके तहत जो लडके लडकियों के प्रति विशेष रुप से सम्मानजनक एवं मददगार होंगे और उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा. मेनका ने फेसबुक पर लोगों से सीधी बातचीत करते हुए लैंगिक संवेदनशीलता निर्मित करने में पुरुषों की अधिक हिस्सेदारी का आह्वान किया क्योंकि ये पुरुष जनित होते हैं.
उन्होंने कहा, पुरुषों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है क्योंकि सभी हिंसा के जनक पुरुष होते हैं. एक तरीका इससे स्कूल स्तर पर निपटना हो सकता है. इसलिए हमने ऐसा कुछ शुरु किया है जो कुछ महीनों में प्रभाव में आ जाएगा.
इसे जेंडर चैंपियंस कहा जाएगा जिसके तहत ऐसे लडकों का चयन किया जाएगा जो विशेष रुप से लड़कियों के प्रति सम्मानजनक और मददगार होते हैं और जिनका अनुसरण और जिन्हें पुरस्कृत करने की जरुरत है. उन्होंने कहा, प्रत्येक वर्ष एक को प्रत्येक कक्षा में पुरस्कार दिया जाएगा. यह किसी लड़की को भी दिया जा सकता है जिसका प्रदर्शन बहादुरी या दृष्टिकोण में उत्कृष्ट रहा हो.