जम्मू: पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास जम्मू, राजौरी और पुंछ जिलों के असैन्य इलाकों और कई भारतीय चौकियों पर गोलियां और मोर्टार दागते हुए आज पांचवें दिन भी संघर्षविराम का उल्लंघन किया.इसके जवाब में भारतीय सेना की ओर से कार्रवाई की गयी.
अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी मेंयह वृद्धि स्वतंत्रता दिवस से पहले आतंकियों को सीमा पार से भारत में घुसपैठ कराने में मदद के लिए है, ताकि वे जम्मू-कश्मीर में हमले कर सकें.
उन्होंने कहा कि पुंछ, राजौरी और जम्मू जिले के तीन सेक्टरों कृष्णाघाटी, भीमबरगली और पल्लनवाला मंे रातभर में संघर्षविराम का तीन बार उल्लंघन हो चुका है जबकि कल से आज तक हुए संघर्षविराम उल्लंघन की संख्या सात हो चुकी है.
रक्षा प्रवक्ता कर्नल मनीष मेहता ने कहा कि नियंत्रण रेखा की सुरक्षा कर रहे सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई की. गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने बीती रात आठ बजे और आज सुबह पांच बजे के बीच पुंछ, राजौरी और जम्मू जिलों के क्रमश: केजी, बीजी और पल्लनवाला सेक्टरों की अग्रिम चौकियों पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की. लेफ्टिनेंट कर्नल मेहता ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से रात आठ बजे से सवा आठ बजे के बीच केजी सेक्टर में, रात साढ़े बारह बजे से डेढ़ बजे के बीच बीजी सेक्टर में और एक बजे से एक बजकर 10 मिनट के बीच एवं सुबह चार बजकर 15 मिनट से पांच बजकर 10 मिनट के बीच पल्लनवाला सेक्टर में गोलीबारी की गयी.
इस साल अगस्त में संघर्षविराम का 26 बार उल्लंघन किया गया है और लगातार पांचवें दिन जम्मू क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान द्वारा गोलियां और मोर्टार दागे गये हैं.
पिछले माह संघर्ष विराम का 19 बार उल्लंघन किया गया था.इसमें तीन जवानों समेत चार लोगों की जान गई थी और 14 अन्य घायल हो गये थे.
सरकार ने लोकसभा को बताया था कि पाकिस्तान इस साल 26 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर स्थित अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 192 बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर चुका है.कल पाकिस्तानी सैनिकों ने सब्जियां-मंडी और पुंछ सेक्टरों में सैन्य चौकियों और नागरिक क्षेत्रों को स्वचालित हथियारों, मोर्टार बमों और रॉकेटों के जरिये निशाना बनाया था.
चार अगस्त को पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू जिले के कंचक, परगवाल, तवी और आरएस पुरा सेक्टरों में सीमा चौकियों और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास के गांवों को निशाना बनाया था.तब एक युवक मारा गया था और बीएसएफ के जवान समेत दो अन्य लोग घायल हो गये थे.सात और आठ अगस्त को हुए संघर्षविराम उल्लंघन में एक जवान और तीन आम नागरिक घायल हो गये थे.