नयी दिल्ली : आपदा प्रभावित उत्तराखंड से 23,000 से अधिक लोगों को बचाने वाली भारतीय वायु सेना ने अब प्रधानमंत्री राहत कोष में 8.33 करोड़ रुपये की सहयोग राशि देकर लोगों के पुनर्वास के लिए योगदान किया है. वायु सेना के अधिकारियों ने यहां कहा कि वायु सेना ने अपने 1.7 लाख से अधिक अधिकारियों और देशभर में तैनात अपने जवानों के एक दिन के वेतन से यह धन एकत्रित किया.
एयर चीफ मार्शल एन ए के ब्राउन ने कल अपने आवास पर आयोजित वायु सेना दिवस के समारोह के मौके पर आयोजित स्वागत समारोह में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चैक सौंपा. आजादी के बाद देश के सबसे बड़े राहत अभियानों में से एक में शामिल होते हुए वायु सेना ने उत्तराखंड में बचाव और राहत कार्यों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जहां लगातार बारिश और बाढ़ के कारण इस साल जून में भारी तबाही हुई थी.
वायु सेना ने 2,140 से अधिक उड़ानों के माध्यम से 23,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला था और 3,82,400 किलोग्राम राहत सामग्री तथा सामान वहां पहुंचाया था. वायु सेना को पर्वतीय प्रदेश में बचाव अभियानों के दौरान अपने पांच जवानों को भी गंवाना पड़ा.25 जून को केदारनाथ से लौटते समय उसका एक एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के उत्तर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हेलीकॉप्टर पर सवार एनडीआरएफ के 9 और आईटीबीपी के 6 जवानों समेत सभी 20 लोग मारे गये. दुर्घटना के तत्काल बाद वायु सेना प्रमुख ब्राउन ने वहां पहुंचकर अपने जवानों का मनोबल बढ़ाया.