मुंबई : दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री पद के लिए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर स्पष्ट रुप से व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा है कि‘सपनों को बेचकर’ और ‘चतुराईपूर्ण बातों’ से रात भर में हीरे–जवाहरात का निर्माण नहीं होता है.
सिब्बल ने रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद द्वारा यहां आयोजित एक पुरस्कार समारोह में मोदी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘ राजनीति और हीरा उद्योग के बीच गहरा नाता है.’’उन्होंने कहा, ‘‘ यह आपको राजनीति के बारे में क्या बताता है? यह आपको बताता है कि एक रत्न को बनाने के लिए अनुभव की जरुरत होती है.
आप चालाकी भरी बातें करके रात भर में रत्न का निर्माण नहीं कर सकते. आप यह कहकर रत्न का निर्माण नहीं कर सकते कि मैं दुनिया बदल दूंगा.’’सिब्बल ने कहा, ‘‘ इसके लिए समय चाहिए. इसके लिए समझ चाहिए और जो कोई भी भारत के लोगों को सपने बेचना चाहता है, उसे यह पता होना चाहिए कि हीरे केवल सपने बेचने से नहीं बनते.’’उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को परिपक्व होने में वर्षों लगते हैं.
सिब्बल ने कहा, ‘‘ हमारा लोकतंत्र युवा है और हम उम्मीद करते हैं कि यह लोकतंत्र यूरोप और अमेरिका में बड़े लोकतंत्रों की तरह परिपक्व होना चाहिए. यह संभव नहीं है. हमें अपनी आलोचना करना बंद कर देना चाहिए.
हमें भारत की महान कहानियों की ओर देखना चाहिए.’’कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘ लोकतंत्र आपको मुकाबला करना और सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति को जीतने देना सिखाता है लेकिन ऐसा चतुराईपूर्ण बातों से या मजाक उड़ाकर नहीं किया जा सकता, बल्कि जमीनी स्तर पर काम करके और हीरा उद्योग की तरह अनुभव के जरिए किया जा सकता है.’’उन्होंने कहा, ‘‘ अंतत: विजेता एक ही होगा. प्रतिस्पर्धा मायने रखती है.