श्रीनगर : हुर्रियत कांफ्रेस के उदारवादी धड़े के प्रमुख मीरवाइज उमर फारुक ने कहा है कि पूर्व थलसेना प्रमुख वी के सिंह ने यह दावा करके गंभीर समस्याओं का पिटारा खोल दिया है कि जम्मू कश्मीर में कुछ मंत्रियों को स्थिरता के लिए भुगतान किया गया. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 1947 से राज्य की विभिन्न सरकारों की वैधता भी प्रभावित हुयी है.
मीरवाइज ने यहां एक बयान में कहा, जनरल वी के सिंह के इस बयान से कि जम्मू कश्मीर में मंत्रियों को भुगतान किए जाने में कुछ भी नया नहीं है और यह 1947 से होता आ रहा है, राज्य में 1947 की विभिन्न सरकारों की वैधता प्रभावित हुयी है. मीरवाइज ने कहा कि जनरल सिंह ने गंभीर समस्याओं का पिटारा खोल दिया है और कश्मीर की सच्चाई सामने आयी है.
उन्होंने आरोप लगाया कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि जिसे भी राज्य में शासन के लिए दिल्ली द्वारा स्थापित किया जाता है उसका सेना के साथ करीबी संबंध रहा है. उन्होंने दावा किया, वास्तव में उन्हें (शासकों को) उनका (सेना) आदेश और उनका एजेंडा मानना होता है. अलगाववादी नेता ने कहा कि जो लोग राज्य से अफस्पा कानून हटाने की मांग कर रहे हैं वे वास्तव में इन कानूनों को जारी रखने में मदद कर रहे हैं.