काठमांडो : नेपाल के पश्चिमी क्षेत्र में बडे पैमाने पर हुए भूस्खलन के कारण भारत के भी कुछ हिस्सों से होकर बहने वाली एक बड़ी नदी का मार्ग अवरुद्ध हो गया है, जिस कारण बाढ का खतरा पैदा हो गया है. बाढ़ की आशंका के कारण हजारों लोग सुरक्षित इलाकों की ओर पलायन को विवश हैं. अधिकारियों ने बताया कि काठमांडो से करीब 140 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में म्यागदी जिले में बीती रात हुए भूस्खलन के बाद काली गंडकी नदी में झील बन गई है.
नेपाल पुलिस ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कहा है कि नदी के अवरुद्ध होने के बाद यह कृत्रिम बांध का जलस्तर 150 मीटर उपर चला गया है. अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. अधिकारियों ने क्षेत्र में सेना की तैनाती कर दी है.
विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इसके मद्देनजर नदी के तट के पास रहने वालों को हाई-अलर्ट जारी कर दिया है. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर जारी चेतावनी में कहा, भूस्खलन आधारित बांध बन गया है. गलेश्वर बाजार और बेनी बाजार के निचले इलाकों के लोगों को बहुत अलर्ट रहने की जरुरत है. भूस्खलन के कारण बैसारी में 25 मकान दब गए हैं.