नयी दिल्ली : कोयला ब्लाक आवंटन मामले की कुछ फाइलों के कथित रुप से लापता होने के मामले में भाजपा सदस्यों की प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग तथा पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि को वापस लेने की वाम सदस्यों की मांग को लेकर लोकसभा में आज भारी हंगामा हुआ जिसके चलते कार्यवाही भोजनावकाश से करीब 15 मिनट पहले दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. शून्यकाल समाप्त होने पर वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने ‘पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण विधेयक 2011’ को चर्चा और पारित कराने के लिए पेश किया और अपनी बात रखनी शुरु की.
इसी के साथ ही भाजपा सदस्य कोलगेट मामले में नारेबाजी करते हुए आसन के समक्ष आ गए. शोर शराबे के बीच ही अध्यक्ष मीरा कुमार ने चिदम्बरम द्वारा अपनी बात रखे जाने के बाद विधेयक पर चर्चा शुरु कराते हुए भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे का नाम पुकारा लेकिन दुबे ने आसन से सदन में पहले व्यवस्था बनाने को कहा. निशिकांत दुबे द्वारा हंगामे के कारण अपनी बात नहीं रखने पर अध्यक्ष ने कांग्रेस सदस्य संजय निरुपम को चर्चा में हिस्सा लेने को कहा.
भाजपा सदस्यों के हंगामे के बीच ही स्पीकर ने विधेयक पर चर्चा शुरु करायी जिसमें संजय निरुपम के अलावा, तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय और सपा के शैलेन्द्र कुमार ने भी हिस्सा लिया. जब अध्यक्ष ने माकपा सदस्य बासुदेव आचार्य का नाम पुकारा तो उन्होंने भी पहले सदन में व्यवस्था कायम किए जाने की मांग की. इसी के साथ ही वाम सदस्य पेट्रोल कीमतों को वापस लिए जाने की मांग करते हुए आसन के समक्ष आ गए और हंगामा बढ़ गया. वाम सदस्यों ने सुबह भी सदन में यह मामला उठाया था.