हरिद्वार: योग गुरु रामदेव ने संतों और धर्मगुरुओं को महिलाओं तथा उनकी मां-बेटियों और सास जैसी पारिवारिक सदस्यों से दूरी रखने की सलाह दी है. सोमवार को बाबा ने कहा कि धर्म ग्रंथों में संतों के लिए आदर्श व्यवहार का सिद्धांत है कि उन्हें महिलाओं तथा उनकी मां-बेटियों व सास जैसी पारिवारिक सदस्यों से दूरी रखनी चाहिए.
उनकी यह टिप्पणी हाल में नाबालिग के यौन शोषण मामले में स्वयंभू संत आसाराम की गिरफ्तारी के संदर्भ में आयी है. योग गुरु ने किसी का नाम लिये बिना कहा कि जिस किसी धर्म गुरु ने गरिमामय व्यवहार के सिद्धांत का उल्लंघन किया है, उसे निश्चित तौर पर संकट का सामना करना पड़ा है.