भोपाल : समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान एक पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख रुपए की त्वरित सहायता स्वेच्छानुदान से उपलब्ध करायी.
चौहान ने कलेक्टरों को भी निर्देश दिए कि गरीबों को सहायता देने में व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएं और कहा कि कई बार विलंब से मिली सहायता अर्थहीन हो जाती है.
मामला यह था कि हरदा जिले के ग्राम गाडरपुर निवासी समोता बाई की मनरेगा में कार्य करते समय खदान में दबने से इसी वर्ष जनवरी में मृत्यु हो गई थी. पीड़ित परिजनों को 25 हजार रुपए का मुआवजा तो मिला पर कर्मकार संनिर्माण मंडल में पंजीयन नहीं होने से निर्धारित एक लाख रुपये का मुआवजा नहीं मिल सका.
समाधान ऑनलाइन में मृतक के पुत्र अमर सिंह मूंदड़ा ने मंत्रलय में उपस्थित होकर मुख्यमंत्री को पूरा वाकया सुनाया. इस पर चौहान ने पीड़ित परिवार को समाधान ऑनलाइन के दौरान ही स्वेच्छानुदान से एक लाख रुपए का चेक उपलब्ध कराते हुए ऐसे मामलों में कलेक्टरों से व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाकर मदद करने को कहा.