नयी दिल्लीः आम आदमी पार्टी (आप) में पिछले दिनों मचे घमासान के बाद पहली बार पार्टी संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को हटाए जाने का फैसला सही था. केजरीवाल ने कहा है कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि इस दौरान सीमाएं लांघी गई थीं और साजिशें रची गयी. उन्होंने कहा कि सभी को अपनी बात कहने की आजादी है लेकिन हर चीज की एक मर्यादा होती है एक सीमा होती है.
केजरीवाल ‘आप’ नेता आशुतोष की पुस्तक ‘द क्राउन प्रिंस, द ग्लेडिएटर ऐंड द होप’ के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि यह गलत धारणा है कि पार्टी में विरोधी विचारों की कोई जगह नहीं है. लेकिन सबकुछ गरिमा के साथ होता है. एक सीमा होती है. चारदीवारी में हम बहस करते हैं और झगड़ते हैं, लेकिन बाहर हम एक टीम हैं. जब सीमाएं लांघी जाती हैं तो पीड़ा होती है. केजरीवाल ने खुद पर लगे हाई कमांड के आरोप को भी खारिज किया. उन्होंने कहा कि मैं जैसा भी हूं लोगों को पसंद आता हूं.
केजरीवाल ने उस ऑडियो स्टिंग पर भी खेद जताया जिसमें उन्होंने आप नेताओं अजीत झा और आनंद कुमार के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था. उन्होंने कहा कि मैं भी मनुष्य हूं और मुझसे भी गलतियां हो जाती हैं. मैं उस समय बहुत गुस्से में था. पर जैसी भाषा का मैंने प्रयोग किया, उससे बच सकता था.
मोदी मॉडल के सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि मेरा मॉडल मोदी मॉडल से बेहतर है.मोदी का मॉडल देश के मुठ्ठी भर धनी लोगों तक केंद्रित है. जबकि मेरा मॉडल लोक केंद्रित शासन का मॉडल है.