देहरादून : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आज कोलकाता स्थित इमामी लिमिटेड कंपनी के सरकारी निजी सहभागिता (पीपीपी) पर संचालित आयुष परियोजना से हटने के फैसले को दुभाग्यपूर्ण और राज्य के निवेश पर बुरा असर डालने वाला बताया और कहा कि राज्य सरकार को कंपनी को ऐसा करने से रोकना चाहिए.
मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान प्रदेश में आयुष कार्यक्रम को बढ़ावा देने वाले निशंक ने कहा, इमामी का आयुष परियोजना से हटने का फैसला करना दुर्भरग्यपूर्ण है और इससे प्रदेश में निवेश के वातावरण पर बुरा असर पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इमामी कंपनी को ऐसा फैसला लेने से रोकना चाहिए. वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि इस संबंध में वह स्वयं मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से बात करेंगे. गौरतलब है कि निशंक सरकार के समय में ही तीन साल पहले अगस्त, 2010 में इमामी लिमिटेड ने नैनीताल जिले के भवाली में 10 एकड़ जमीन पर आयुष ग्राम बनाने के लिए एक करार किया था.