भोपालः भारतीय जनता पार्टी की उपाध्यक्ष साध्वी उमा भारती एक नाबालिग लडकी द्वारा संत आसाराम बापू के खिलाफ लगाये गये आरोप को लेकर आज बापू के बचाव में उतर आईं.
उमा भारती ने आज यहां संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि हालांकि उनकी पूरी सहानुभूति लडकी के साथ है लेकिन दूसरा पक्ष यह भी है कि जिस प्रकार शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती के खिलाफ एक महिला ने हत्या के आरोप लगाये थे और बाद में वह न्यायालय से बरी हो गये थे तथा दूसरे पक्ष ने उनके खिलाफ गलत शिकायत करने की बात भी स्वीकार की थी, ठीक उसी प्रकार इस मामले में भी हो रहा है.
उन्होने कहा कि आसाराम कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और संप्रग प्रमुख सोनिया गांधी के खिलाफ खुलकर बोलते थे और दिल्ली तथा राजस्थान दोनो ही स्थानों पर कांग्रेस की सरकारें हैं और कहीं ऐसा तो नहीं उक्त लडकी भी कहीं राजनीतिक षडयंत्र का शिकार तो नहीं हो गई है.उमा भारती ने आज आसाराम बापू से हुई चर्चा का हवाला देते हुए कहा कि आसाराम का भी कहना है कि इस मामले में वे पूरी तरह निदरेष हैं और किसी भी जांच का सामना करने को तैयार हैं.
उमा भारती ने कहा कि इस मामले की पूरी तरह उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये और यदि आसाराम इस मामले में दोषी पाये जाते हैं तो वे खुद उन्हें सजा देंगी. उन्होने कहा कि 74 वर्षीय आसाराम स्वयं गृहस्थ हैं और उनके एक बेटा और बेटी हैं.एक प्रश्न के उत्तर में उमा भारती ने स्वीकार किया कि उनकी पीडित लडकी या उसके परिजनों से बातचीत नहीं हो पाई है. उन्होने कहा कि यदि संभव हुआ तो वह लडकी के माता पिता से अवश्य बातचीत करेंगी.उन्होने दोहराया कि उनकी पूरी सहानुभूति लडकी के साथ है लेकिन साथ ही उनका कहना था कि यदि यह मामला गलत साबित हुआ तो सरकार द्वारा बनाये गये नये कानून से लोगों का विश्वास उठ जायेगा.