नयी दिल्ली : कोयला ब्लॉक आवंटन से जुड़ी फाइलों के गुम होने पर कांग्रेस नीत संप्रग सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास करते हुए भाजपा ने आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से पूरे घटनाक्रम पर जवाब देने की मांग की.
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा, कोयला ब्लॉक आवंटन का मामला हर बार नया आयाम लेकर आता है. पिछले बार जब यह मामला सामने आया था तब उच्चतम न्यायालय के समक्ष पेश रिपोर्ट में फेरबदल हुआ था. उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि सीबीआई को सभी फाइलें दी जायें और अब यह बात सामने आयी है कि इससे जुड़ी कई फाइलें गुम हैं.
सुषमा ने कहा कि इस मामले में संबंधित व्यक्ति कौन है? चूंकि प्रधानमंत्री के पास कोयला मंत्रालय रहा था, इसलिए संबंधित व्यक्ति प्रधानमंत्री हैं. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी पूर्व में इस बारे में सदन को आश्वस्त कर चुके हैं. लेकिन फाइलें गायब हैं.
विपक्ष की नेता ने कहा, आप (मीरा कुमार) सरकार को निर्देशित करें कि प्रधानमंत्री स्वयं सदन में आयें और बतायें कि कोयला ब्लॉक की फाइलें कहां और कैसे गायब हुई और कैसे वापस आयेंगी. उन्होंने कहा कि 147 फाइलें गायब हुई है जिसमें आवेदन और सिफारिशें है और इनसें कोई न कोई कांग्रेस का नेता जुड़ा हुआ है.
कोयला ब्लॉक की फाइलों के गुम होने को लेकर भाजपा सदस्यों के शोर शराबे के कारण संसद के दोनों सदनों में कई बार कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा.
इससे पहले भाजपा संसदीय पार्टी की बैठक में यह तय किया गया कि पार्टी संसद के दोनों सदनों में कोयला ब्लॉक आवंटन के मुद्दे को उठायेगी और प्रधानमंत्री से जवाब मांगेगी. वहीं राज्यसभा में कोयला मंत्रालय की महत्वपूर्ण फाइलें गुम जाने के मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान की मांग कर रहे भाजपा एवं अन्य दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक आज एक बार के स्थगन के बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
सदन की बैठक शुरु होने पर बिहार के खगडि़या जिले में सहरसा पटना राज्यरानी एक्सप्रेस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गयी. उपसभापति पी जे कुरियन ने हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में इतने लोगों का मारा जाना अत्यंत दुखद है.सभी सदस्यों ने मृतकों को कुछ पल मौन रह कर श्रद्धांजलि दी.
इसके तत्काल बाद भाजपा सदस्यों ने कोयला मंत्रालय की महत्वपूर्ण फाइलें गुम होने का मुद्दा उठाया. भाजपा के एम वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में आ कर आश्वासन देना चाहिए कि फाइलें सुरक्षित हैं. उन्होने कहा कि फाइलें गुम होने का मुद्दा पहले लिया जाना चाहिए.विपक्षी सदस्यों ने प्रधानमंत्री के जवाब की मांग को लेकर नारेबाजी शुरु कर दी.
हंगामे के बीच ही कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए. उन्होंने सदन में विपक्ष के उपनेता रविशंकर प्रसाद से अपनी बात रखने के लिए कहा. प्रसाद ने कहा आज मीडिया में खबरें आयी हैं कि कोयला मंत्रालय से जो महत्वपूर्ण फाइलें गुम हैं, उनमें से कई फाइलें सत्ता से जुड़े लोगों की कंपनियों से संबंधित थीं. कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाला की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में की जा रही है और जांच में हस्तक्षेप के कारण तत्कालीन कानून मंत्री को इस्तीफा तक देना पड़ा.
फिर फाइलें कैसे गुम हुईं ? भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में आ कर बयान देना चाहिए. तब कुरियन ने कहा कि कल संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने आश्वासन दिया था कि इस पर मंत्री सदन में बयान देंगे.उपसभापति ने शून्यकाल शुरु करने और सदस्यों से लोकमहत्व के मुद्दे उठाने को कहा. उन्होंने झामुमो के संजीव कुमार का नाम पुकारा. संजीव ने अपनी बात शुरु की लेकिन हंगामे के कारण उनकी बात सुनी नहीं जा सकी.
इसी बीच तेदेपा के तीन सदस्य पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के विरोध में सदन में पर्चे वितरित करने लगे. इस पर आपत्ति जताते हुए कुरियन ने कहा सदन में पर्चे वितरित करना नियमों के खिलाफ है और सदस्य नियमों का उल्लंघन न करें.
उन्होंने सदस्यों से शांत रहने को कहा लेकिन अपनी बात का असर न होते देख कर 11 बज कर करीब 10 मिनट पर बैठक दस मिनट के लिए स्थगित कर दी.
11 बजकर 20 मिनट पर बैठक पुन: शुरु हुई तो सदन में वही नजारा था. कोयला मंत्रालय की महत्वपूर्ण फाइलें गुम होने के मामले को लेकर भाजपा सदस्यों के हंगामे के बीच, संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि कोयला मंत्री को सूचना दे दी गयी है और वह कुछ ही देर में सदन में आ कर बयान देंगे.