श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य के सामने मौजूद राजनीतिक मुद्दों को सुलझाने के लिहाज से पाकिस्तान से बातचीत फिर से शुरु करने और अलगाववादियों से भी वार्ता करने की वकालत की.
उमर ने यहां बख्शी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस के अपने संबोधन में कहा, ‘‘जम्मू कश्मीर एक राजनीतिक समस्या है और बातचीत की प्रक्रिया के माध्यम से ही इसे सुलझाया जा सकता है. हमें इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए आंतरिक रुप से भी और द्विपक्षीय (पाकिस्तान के साथ) भी, दोनों स्तर पर वार्ता प्रक्रिया शुरु करनी होगी.’’मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ वर्ग हैं जो कहते हैं कि जम्मू कश्मीर एक आंतरिक समस्या है और इसका एक बाहरी आयाम भी है.
उन्होंने इस मुद्दे के समाधान के लिए बातचीत में पाकिस्तान को शामिल करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा, ‘‘अगर यह आंतरिक मामला होता तो शिमला, लाहौर और आगरा वार्ताएं नहीं हुई होतीं.’’ उमर ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दोनों देशों के बीच वार्ता प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिहाज से एक दूसरे के विश्वास को अजिर्त करने के लिए कदम उठाने चाहिए. उन्होंने पाकिस्तान द्वारा हाल ही में किये गये संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं पर चिंता भी जताई और कहा कि इस तरह के वाकये संवाद प्रक्रिया के लिए अच्छी नहीं हैं.