नयी दिल्ली : बटला हाउस मुठभेड़ कांड में कल आतंकी शहजाद अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई गई. खूर है कि शहजाद की बहन अब फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाने वाली हैं.
शहजाद की बहन सिफा सेराज ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाये जाने के बाद दावा किया, बटला हाउस मुठभेड़ फर्जी थी. हम उच्चतम न्यायालय तक जाएंग़े. हमें इंसाफ जरूर मिलेगा. जिले की निजामाबाद विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक आलमबदी आजमी ने अदालत के निर्णय पर कहा कि अगर वह इंस्पेक्टर मोहनचंद्र शर्मा की हत्या का दोषी था, तो उसे उम्रकैद नहीं बल्कि फांसी की सजा मिलनी चाहिए थी.
दूसरी तरफ, बटला हाउस मुठभेड़ कांड के बाद वजूद में आई उलेमा काउंसिल के राष्ट्रीय महासचिव ताहिर मदनी ने अदालत के फैसले पर अफसोस जताते हुए कहा कि हम इस लड़ाई को दो मोर्चे पर लड़ेंग़े. पहला कानूनी और दूसरा राजनैतिक. हम तब भी न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे और अब भी अपनी मांग पर कायम हैं. आने वाले चुनाव में भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया जाएगा.