नयी दिल्लीः अप्रैल के महीने में पूरे देश में कई घटनाक्रम हुए. कहीं हमले हुए तो कई जगहों पर महत्वपूर्ण फैसले लिये गये आइये नजर डालते हैं उस घटनाक्रम में जिस पर पूरी दुनिया की नजर पड़ी-
कोलंबो (1 अप्रैल) श्रीलंका ने कथित आतंकी संबंधों और तमिल विद्रोही आंदोलन को पुनर्जीवित करने में संलिप्तता के लिए लिट्टे और 15 अन्य तमिल वंशियों के समूहों पर प्रतिबंध लगाया.
इस्लामाबाद (2 अप्रैल) पाकिस्तान सरकार ने इलाज के लिए और अपनी बीमार मां से मिलने के लिए विदेश जाने की अनुमति देने का पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ का आवेदन ठुकराते हुए कहा कि जनहित में यह आग्रह स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि मुशर्रफ के खिलाफ कई मामले लंबित हैं.
काबुल (4 अप्रैल) अफगान पुलिस के एक कमांडर ने पूर्वी हिस्से में सुरक्षा बलों के एक शिविर के अंदर एसोसिएटेड प्रेस के दो पत्रकारों पर गोली चलाई जिससे पुरस्कार विजेता छायाकार अंजा नाइड्रिंगस की मौत हो गई और वरिष्ठ संवाददाता कैथी गैनॅन घायल हो गई.
लंदन (7 अप्रैल) ब्रिटेन में बसे भारतीय मूल के कारोबारी श्रीन देवानी को वर्ष 2010 में अपनी भारतीय स्वीडिश पत्नी की हनीमून की हत्या करने की साजिश रचने के आरोप में सुनवाई के लिए दक्षिण अफ्रीका प्रत्यर्पित किया गया.
न्यूयार्क : भारत सरकार द्वारा सुरक्षा एवं गोपनीयता के चलते किए गए इंकार का हवाला देते हुए सोनिया गांधी ने 1984 के दंगों को लेकर चल रहे सिख विरोधी दंगा मामले में यहां की एक अमेरिकी अदालत में दस्तावेजी प्रमाण के तौर पर अपने पासपोर्ट की प्रति देने से इंकार किया.