नयी दिल्ली : कोल्हापुर की दो बहनों को बच्चों की हत्या करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई गयी है. दोनों बहनों की दया याचिका राष्ट्रपति के पास भेज दिया गया है. अगर राष्ट्रपति उनकी दया याचिका नामंजूर कर देते हैं तो उन्हें फांसी दिया जाएगा. अगर ऐसा होता है तो यह भारतीय इतिहास में पहली बार होगा जब किसी महिला को फांसी पर लटकाया जाएगा.
* क्या है मामला
कोल्हानपुर की दो बहनों रेणुका और सीमा पर 9 बच्चों की हत्या का आरोप लगा है. दोनों बहनों ने 13 बच्चों को पहले अगवा किया फिर उनमें से 9 को मौत के घाट उतार दिया. कई दिनों से दोनों बहनों ने इस जघन्य अपराध को अंजाम देते आयी,लेकिन एक दिन दोनों को पुलिस पकड़ने में कामयाब रही और कोर्ट ने दोनों को फांसी करी सजा सुनायी.
* क्यों करती थी बच्चों की हत्या
रेणुका और सीमा दोनों एक पेशेवर जेबकतरा थीं. बताया जाता है कि एक बार दोनों बहनों को जेब काटते हुए लोगों ने पकड़ लिया. जिस समय दोनों बहनों को पकड़ा गया उस समय रेणुका के पास एक बच्चा था. दोनों बहनों ने बच्चों की दुहायी देकर लोगों से बच निकलने में कामयाब हो गयी. इस मामले के बाद से दोनों बहनों ने बच्चों को अगवा कर उनसे काम लेने लगीं. जब बच्चे बड़े हो जाते तो दोनों बहनें उन्हें मौत के घाट उतार देती. इस तरह से दोनों ने 13 बच्चों को अगवा कर पहले उनसे काम लिया फिर 9 बच्चों की हत्या कर दी.