नयी दिल्ली:सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की निर्माता इकाई ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने शुक्रवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि इस साल दिसंबर में रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के समय मिसाइल के सरल एवं पहले से तेज ‘लघु’ संस्करण को विकसित करने से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किये जायेंगे.
ब्रह्मोस प्रमुख सुधीर मिश्र ने कहा, ‘हम दिसंबर में प्रस्तावित रूस के राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान डीआरडीओ, एनपीओएम लैब और ब्रह्मोस एयरोस्पेस के बीच त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर की उम्मीद कर रहे हैं.
इस भारत-रूसी संयुक्त उपक्रम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पदभार ग्रहण करने के ठीक बाद शुक्रवार को मिश्र ने कहा कि ब्रह्मोस मिसाइल के इस लघु संस्करण का आकार मौजूदा मिसाइल के बराबर यानी करीब 10 मीटर लंबा होगा तथा इसकी मारक क्षमता का दायरा 290 किमी होगा.
विकसित होने के बाद इस मिसाइल को पनडुब्बियों और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों सहित कई स्थानों पर स्थापित किया जा सकेगा. मिश्र को उम्मीद है कि इस मिसाइल को 2017 तक सेना में शामिल कर लिया जायेगा और भारत, रूस और दूसरे मित्र राष्ट्रों में इसका बड़ा बाजार होगा. ब्रह्मोस एयरोस्पेस की स्थापना 1998 में की गयी थी.