नयी दिल्ली : केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) ने अपने अधिकारियों को सरकारी कर्मचारियों के आवासीय परिसरों में ‘सौर वृक्ष’ लगाने की संभावना तलाशने के निर्देश दिये हैं. केंद्र सरकार की प्रमुख निर्माण एजेंसी सीपीडब्ल्यूडी के इस कदम का मकसद अक्षय ऊर्जा का प्रचार-प्रसार करना और वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड को घटाना है.
एक अधिकारी के अनुसार, ‘सौर वृक्ष’ की अवधारणा गुजरात के दांडी में सीपीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित नेशनल सॉल्ट सत्याग्रह मेमोरियल में सबसे पहली लागू की गयी और एजेंसी को इसके लिए अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.
मेमोरियल की ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए परिसर में करीब 41 ‘सौर वृक्ष’ लगाये गये. एजेंसी ने अपने अधिकारियों से वास्तुकला शाखा के साथ परामर्श कर तकनीकी व्यवहार्यता का पता लगाने के बाद ‘सौर वृक्ष’ स्थापित करने के लिए कहा है.