नयी दिल्ली:मध्यप्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) घोटाले में पूर्व संघ प्रमुख के सुदर्शन का नाम आने के बाद संघ की मुश्किलें बढ गयी है. इस मामले ने केंद्र सरकार के ललाट पर भी सिकन पैदा कर दी है.
इसबीच बीजेपी नेताप्रभात झा ने कहा कि इस घोटाले की सुप्रीम कोर्ट को निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए. किसी के मात्र बयान के आधार पर दोषी नहीं ठहराया जा सकता है. उन्होंने कहा कि संघ के लोग किसी तरह की सिफारिश नहीं करते हैं.
गौरतलब है कि इस घोटाले में के सुदर्शन और सुरेश सोनी का नाम आया है. गिरफ्तार आरोपी ओपी शुक्ला और पंकज त्रिवेदी ने अपने बयान में इन दो बड़े नेताओं का नाम लिया है. इनके बयान के अनुसार सुदर्शन के कहने पर ही मिहिर कुमार नाम के शख्स को परीक्षा में पास किया गया था. इस मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा अभी पुलिस गिरफ्त में हैं.