नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार के आइए एस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से सुरक्षा के आश्वासन का सोमवार को स्वागत किया और कहा कि वे मुद्दे पर मुख्यमंत्री के साथ औपचारिक चर्चा के लिए तैयार हैं. अधिकारियों ने कहा कि वे अपनी सुरक्षा और सम्मान के प्रति ठोस हस्तक्षेप को लेकर आशान्वित हैं.
इस कदम के बाद सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों द्वारा गत फरवरी में मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर कथितरूप से हमला किये जाने को लेकर आप सरकार और नौकरशाहों के बीच चार महीने से चला आ रहा गतिरोध खत्म हो सकता है. एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के अधिकारियों की एसोसिएशन ने कहा कि वे पूर्ण समर्पण और उत्साह के साथ काम करना जारी रखेंगे. एसोसिएशन ने ट्वीट किया, ‘# दिल्ली काम पर है # हड़ताल पर नहीं है. जीएनसीटीडी के अधिकारी माननीय मुख्यमंत्री की अपील का स्वागत करते हैं. हम दोहराते हैं कि हम पूर्ण समर्पण और उत्साह के साथ काम करना जारी रखेंगे.
इसने कहा, हम अपनी सुरक्षा और सम्मान के लिए ठोस हस्तक्षेप को लेकर आशान्वित हैं. हम इस मुद्दे पर माननीय मुख्यमंत्री के साथ औपचारिक चर्चा करने को तैयार हैं. केजरीवाल ने रविवार को नौकरशाहों को आश्वासन दिया था कि वह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने दायरे में आनेवाली सभी शक्तियों और संसाधनों का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने अधिकारियों को अपने परिवार का हिस्सा बताया था. केजरीवाल ने टि्वटर पर कहा था, ‘मुझे बताया गया है कि आइएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने संवाददाता सम्मेलन में अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जतायी है. मैं उन्हें आश्वासन देना चाहता हूं कि मैं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने दायरे में उपलब्ध सभी शक्तियों और संसाधनों का इस्तेमाल करूंगा. यह मेरा दायित्व है.
केजरीवाल अपने सहयोगियों के साथ सोमवार से उपराज्यपाल के कार्यालय में डेरा डाले हुए हैं और मांग कर रहे हैं कि उपराज्यपाल अनिल बैजल आइएएस अधिकारियों को हड़ताल खत्म करने का निर्देश दें. मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह और उनके साथी अपनी मांगें पूरी होने तक उपराज्यपाल कार्यालय से नहीं हटेंगे. हालांकि, आइएएस अधिकारियों ने कहा कि नौकरशाह हड़ताल पर नहीं हैं. केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल कार्यालय में 13 जून से हड़ताल पर बैठे दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को उनकी स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ने के कारण अस्पताल ले जाया गया. बाद में सिसोदिया ने ट्वीट किया, अपने अधिकारियों के साथ चर्चा को लेकर खुशी है. दिल्ली सरकार उन्हें सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है.
हालांकि, सेवा और सुरक्षा दोनों के प्रमुख उपराज्यपाल हैं. इसलिए, बैठक उनकी उपस्थिति में होनी चाहिए, ताकि इन विषयों से जुड़े आश्वासन दिये जा सकें. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, और इसी वजह से हम कई दिन से राजनिवास में बैठे हैं और उपराज्यपाल से आग्रह कर रहे हैं कि वह सभी पक्षों को बुलायें तथा गतिरोध को खत्म करें. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को स्थिति खराब होने पर बीती देर रात अस्पताल ले जाया गया. डाक्टरों ने कहा कि जैन को एलएनजे पी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत स्थिर है. आप सरकार के अनुसार, आइएएस अधिकारी हड़ताल पर हैं और मुख्य सचिव पर कथित हमले के बाद से मंत्रियों के साथ बैठकों का बहिष्कार कर रहे हैं.