लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बिजली शुल्क में वृद्धि को वापस लेने की मांग करते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने आज कहा कि राज्य की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार को आगामी लोकसभा चुनाव में इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.
बसपा के वरिष्ठ नेताओं स्वामी प्रसाद मौर्य और नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में किसानों को मुफ्त बिजली देने का वादा किया था लेकिन उसने काश्तकारों को नि:शुल्क बिजली देना तो दूर उन पर विद्युत मूल्य वृद्धि लाद दी.
दोनों नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार इस मुद्दे पर प्रदेश की जनता को भ्रमित कर रही है. आगामी लोकसभा चुनाव में सत्तारुढ़ सपा को जनता ‘बिजली का झटका’ देगी. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने शुक्रवार की रात बेहद पोशीदा तरीके से प्रदेश में बिजली की दरों को करीब 40 प्रतिशत तक बढ़ा दिया था. सिद्दीकी ने स्मारकों तथा पार्को में पिंक सैंड स्टोन की आपूर्ति में हुए कथित घोटाले में अपने खिलाफ लोकायुक्त की रिपोर्ट को भी गलत बताया.