नयी दिल्ली:भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को जिस मुद्दे पर उनके विरोधी अब तक सबसे ज्यादा घेरते रहे हैं, एक बड़े मुसलिम नेता ने उस मामले में उन्हें क्लीन चिट दे दी है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने कहा है कि गुजरात दंगों के लिए नरेंद्र मोदी को माफी मांगने की जरूरत नहीं है. उन्होंने साथ ही कहा कि अगर मोदी दोषी हैं, तो उन्हें सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि माफी मांगने से नुकसान कम नहीं हो जाता. हिंदी न्यूज चैनल ‘आज तक’ के कार्यक्र म ‘सीधी बात’ में रविवार को मदनी ने कहा, ‘मोदी को मुसलिम टोपी पहनने की जरूरत नहीं है. किसी भी इनसान को जबरन धार्मिक चिह्न् लेने की जरूरत नहीं.
जिस तरह मैं तिलक नहीं लगा सकता, उसी तरह मोदी का मुसलिम टोपी नहीं पहनना गलत नहीं है.’ मदनी ने इस बात पर जोर दिया कि सभी मजहब के लोगों का विकास जरूरी है. मोदी के प्रधानमंत्री बनने से देश को कोई खतरा है, इससे मदनी ने साफ इनकार किया. उन्होंने कहा कि मोदी सत्ता में आये, तो कोई खतरा नहीं है. यह भी कहना गलत है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने से देश बंटेगा. मदनी का यह रुख बताता है कि देश के मुसलमानों को मोदी से डर नहीं लगता. वहीं, मोदी के हाल में दिये गये उस बयान की भी कुछ हद तक पुष्टि हो रही है कि जब वह मुसलमानों से मिलेंगे, तो वे (मुसलिम समुदाय) उनसे (मोदी से) प्यार करने लगेंगे.
सबसे बड़ी सांप्रदायिक पार्टी कांग्रेस
नरेंद्र मोदी का पक्ष लेते हुए मदनी ने कहा कि कांग्रेस ने 60 साल तक देश के मुसलमानों से विश्वासघात किया है. सबसे ज्यादा सांप्रदायिक दंगे कांग्रेस के शासनकाल में हुए. ऐसे में तो कांग्रेस देश की सबसे बड़ी सांप्रदायिक पार्टी हुई. उन्होंने कहा कि वर्ष 2002 के दौरान गुजरात में हुए दंगे के बाद सुप्रीम कोर्ट ने एसआइटी और कई अन्य एजेंसियों से जांच करायी, लेकिन कहीं कुछ भी मोदी के खिलाफ नहीं निकला. इसी बात से कांग्रेस को सबसे ज्यादा दर्द है. मदनी ने यह भी कहा कि यदि मोदी की कोई गलती दंगे में होती, तो सुप्रीम कोर्ट निश्चित अपना फैसला सुनाती.
बड़ा परिवर्तन ला रहा है यह
आम चुनाव मदनी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और एसआइटी के क्लीन चिट के बावजूद नरेंद्र मोदी को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. यह हमारे देश का दुर्भाग्य है. मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके (मोदी के) पास देश चलाने की क्षमता और युवाओं को रोजगार देने का माद्दा है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2014 देश में एक बड़ा परिवर्तन ला रहा है. इस परिवर्तन का सबसे बड़ा खामियाजा कांग्रेस को ही भुगतना होगा.