प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय गुजरात दौरे पर है. इस दौरान उन्होंने द्वरकाधीश मंदिर में पूजा – अर्चना की. प्रधानमंत्री ने ओखा ब्रिज का शिलान्यास किया और वहां उपस्थित जनसभा को संबोधित किया. मोदी ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि एक कोने के विकास से कुछ नहीं होगा. विकास को कनेक्टिविटी चाहिए. हम इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. अधारभूत संरचनाओं के विकास से आर्थिक गतिविधियां बढ़ती है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कल जीएसटी के दरों में बदलाव किया गया है. जीएसटी में 15 दिन पहले बदलाव से दीवाली जैसा माहौल हो गया. हमने पहले भी कहा था कि जीएसटी लागू करने के बाद 3 महीने उसका अध्ययन करेंगे. जहां कहीं कमी होगी उसे दूर किया जाएगा. 3 महीने में जो भी जानकारी आई उसके आधार पर वित्त मंत्री जी ने अहम फैसले लिए. मुझे खुशी है कि एक स्वर में हिंदुस्तान के हर कोने में इसका स्वागत हुआ है.
हमारा पूरा सुमुद्री तट ब्लू इकनॉमी के द्वारा आगे बढ़ रहा है. इसके साथ मानव संसाधन विकास के लिए एक सौगात देना चाहता हूं. देशभर के मरीन पुलिस ट्रेनिंग के इंस्टिट्यूट देवभूमि द्वारका में बनाई जाएगी. मैंने एक योजना बनायी है, जो मछुआरे भाइयों-बहनों के लिए है. आज हमारा मछुआरा जिसके पास छोटी-छोटी बोट हैं. 10-12 नॉटिकल माइन से आगे जा नहीं पाता है. कुछ मछुआरे इकट्ठे हो जाएं तो सरकार उनको कम ब्याज से लोन देगी और वे बड़ी बोट ला सकें, इसका प्रबंध करवाएगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब माधवजी भाई सोलंकी मुख्यमंत्री थे, तब अखबार में एक तसवीर छपी थी. जामनगर में एक पानी की टंकी उद्घाटन करने के लिए मुख्यमंत्री आए थे. मुझे आज भी याद है वह तसवीर कैसे एक टंकी का उद्घाटन इतना अहम हुआ करता था कि मुख्यमंत्री आते थे लेकिन अब देश बदल रहा है.कांडला पोर्ट में जबर्दस्त ग्रोथ देखा गया है. हम अपने संसाधनों का इस्तेमाल पोर्ट के बेहतरी के लिए कर रहे हैं .मैं द्वारका वासियों का ह्रदय से धन्यवाद करता हूं. आज द्वारिका नगरी में जिस काम का आरंभ हो रहा है, वह सिर्फ बेट – द्ववारका में पहुंचने के लिए ब्रिज नहीं है बल्कि यह ब्रिज सांस्कृतिक कड़ी को जोड़ने का माध्यम है.प्रधानमंत्री अपने जन्मस्थान बडनगर भी जायेंगे. पुल के शिलान्यास से पहले प्रधानमंत्री ने द्वारिकाधीश मंदिर में पूजा अर्चना की. रास्ते में जाने के क्रम मेंमंदिर के बाहर अपने पुराने दोस्त हरिभाई से काफिला रोककरप्रधानमंत्री मोदी ने मुलाकात की. पीएम मोदी और हरिभाई 52 साल से दोस्त हैं. दोनों संघ के प्रचारक रहे हैं. एक ही कमरे में रह चुके हैं.
प्रधानमंत्री के पांच भाई – बहनों में सबसे बड़े भाई सोमाभाई दामोदर दास मोदी ने कहा, प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी पहली बार वडनगर आ रहे हैं और इसको लेकर बडनगर और आसपास के गांव बादरपुर, मोलीपुर समेत इस पूरे इलाके में खासा उत्साह है. वे देश की सेवा में लगे हैं और हम सभी का आर्शीवाद उनके साथ है. उन्होंने बताया कि वडनगर में उनके पिताजी ने 1949 में मकान बनाया था लेकिन उसके बगल से नगरपालिका की पाइप गुजरती थी, उसके लीकेज के कारण मकान को क्षति पहुंची और फिर 2001 के भूकंप के दौरान नुकसान हुआ. वह घर जर्जर हो गया था, इसलिये हमने उसे बेच दिया. सोमाभाई मोदी ने बताया, हमारे पास वडनगर में कुछ जमीन है, जहां मैंने बुजुर्गो के लिये आश्रय स्थल बनाया .वडनगर में प्रधानमंत्री के स्वागत की तैयारी जोरों पर है. साफ-सफाई का काम तेजी से चल रहा है. रेलवे स्टेशन परिसर के भीतर पेड़ों तक को धोया जा रहा है. इसके लिए फायर ब्रिगेड की गाडयिां लगाई गई हैं.