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बारिश थमी, मुंबई ने पकड़ी रफ्तार, महाराष्ट्र में 11 लोगों की हो गयी मौत, लापता डॉक्टर का पता नहीं

मुंबई : मुंबई के लोगों ने बारिश के उफनते पानी में ठहर गयी जिंदगी को बुधवार को अपने हौंसले से फिर रफ्तार दी. इस दौरान शहर और इसके आसपास के जिलों पर बरसे आसमानी कहर में डूबने या दीवार गिरने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गयी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. […]

मुंबई : मुंबई के लोगों ने बारिश के उफनते पानी में ठहर गयी जिंदगी को बुधवार को अपने हौंसले से फिर रफ्तार दी. इस दौरान शहर और इसके आसपास के जिलों पर बरसे आसमानी कहर में डूबने या दीवार गिरने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गयी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. नौ लोगों की मौत मुंबई में अलग-अलग घटनाओं में हुई, जबकि दो लोगों ने निकटवर्ती जिलों पालघर और ठाणे में अपनी जान गंवायी. मुंबई के घाटकोपर में एक व्यक्ति पर दीवार गिरने से उसकी मौत हो गयी.

पुलिस ने बताया कि बॉम्बे हास्पिटल के प्रख्यात गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डाॅ दीपक अमरापुरकर यहां निकटवर्ती एलपिंस्टन रोड स्टेशन से लापता हो गये और प्रत्यक्षदशर्यिों का दावा है कि वह एक उफनती गली में एक मैनहोल में गिर गये. दादर मंडल के सहायक पुलिस आयुक्त सुनील देशमुख के अनुसार भारी बारिश में अपने घर की तरफ बढ़ रहे डाक्टर अपने घर तक नहीं पहुंचे. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वह एक मैनहोल में गिर गये और पुलिस को उसके नजदीक से डाक्टर का छाता मिला.

भारी बारिश के कारण लोग अपने कार्यालयों, रेलवे प्लेटफार्म और खड़ी रेलगाडियों में रुकने को मजबूर थे. पश्चिम रेलवे पर उपनगरीय रेल सेवाएं आधी रात के समय बहाल होने से उस तरफ के लोग अपने घरों की तरफ लौटने लगे. इसके बाद मध्य रेलवे पर भी उपनगरीय रेल सेवाओं के फिर से पटरी पर लौट आने से मुश्किल में फंसे कुछ और लोगों ने राहत की सांस ली. हालांकि, रेल सेवाएं 10 से 15 मिनट की देरी से चल रही हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से ठाणे की यात्रा करनेवाले हुसैन फटकदावाला ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कई जगहों पर रास्ते में ट्रेन के रुकने से भी विलंब हो रहा है.

भारतीय मौसम विभाग की सांताक्रूज स्थित वेधशाला के अनुसार मंगलवारको 331.4 मिलीमीटर बारिश हुई, जो 26 जुलाई 2005 को हुई प्रलंयकारी बारिश के बाद सबसे ज्यादा है. उस समय 944 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जिसमें 500 लोगों की जान चली गयी थी और कुदरत की मार ने मायानगरी को हिलाकर रख दिया था.

बुधवार की सुबह बारिश थम गयी और शहर तथा इसके आसपास के उपनगरों में बारिश नहीं हुई. तेज रफ्तार शहर भले ही सामान्य होता दिख रहा है, लेकिन मंगवार की मूसलाधार बारिश के निशान अभी बाकी हैं और मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जतायी है. अधिकारियों ने बुधवार को स्कूल और काॅलेजों को बंद रखने का आदेश दिया और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों को बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलने की हिदायत दी, जिससे महानगर और उसके आसपास के इलाकों में सार्वजनिक अवकाश जैसी स्थिति रही. हालांकि, जरूरी सेवाओं में लगे कर्मचारियों और सरकार में आवश्यक स्टाफ को अपनी ड्यूटी पर पहुंचने का निर्देश दिया गया.

इस दौरान मुंबई के स्थानीय निकाय की परिवहन प्रणाली बेस्ट ने रेल सेवाओं के बाधित रहने से बेहाल लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किये और 100 से अधिक बसें चलायीं. वैसे मुंबई में बारिश का कोई भरोसा नहीं होता और शहर के लोग घर से निकलते वक्त छाता लेना नहीं भूलते, लेकिन बारिश का अभ्यस्त सपनों का यह शहर मंगलवार की झमाझम बारिश से सहम सा गया. बारिश के असर से एयरलाइंस के कर्मचारी और यात्री हवाई अड्डे तक नहीं पहुंच पाये, जिसके कारण बुधवार को लगातार दूसरे दिन उड़ानों का परिचालन बाधित रहा. निजी एयरलाइंस जेट एयरवेज ने 19 उडानें रद्द कीं और बहुत सी उड़ानों में विलंब हुआ, हालांकि एयर इंडिया ने अपनी कोई उड़ान रद्द नहीं की, लेकिन उसकी कुछ उड़ानों में विलंब हुआ.

मुंबई के जगप्रसिद्ध डब्बावाला भी बुधवारको अपनी सेवाएं नहीं दे पाये. हर रोज दो लाख से अधिक लोगों को खाने का डब्बा पहुंचानेवाले करीब 5000 डब्बावाला मंगलवारको जो डब्बे लेकर निकले थे उन्हें लेकर बुधवार की सुबह वापस लौट पाये. उपनगरीय रेल सेवा ठप होने के कारण अन्य तमाम लोगों के साथ डब्बेवाले भी रेलवे स्टेशनों और अन्य स्थानों पर फंसे रहे. उन्होंने गुरुवार से अपनी सेवाएं बहाल करने का भरोसा दिलाया.

आम तौर पर बेदर्द और बेपरवाह शहर माने जानेवाले मुंबई के लोगों ने आफत की घड़ी में एक-दूसरे की जमकर सहायता की और बहुत से लोगों ने सोशल मीडिया के जरिये विभिन्न इलाकों में फंसे लोगों को अपने घरों में आकर रहने की पेशकश की. इस दौरान आम लोगों के अलावा महाराष्ट्र के संसदीय मामलों के मंत्री गिरीश बापट ने दक्षिण मुंबई में फंसे लोगों से उनके सरकारी आवास में चले आने को कहा. फेसबुक के जरिये की गयी अपनी अपील में भाजपा नेता ने कहा कि फोर्ट और मंत्रालय जैसे इलाकों में भारी बारिश के कारण फंसे लोग हालात सुधरने तक उनके मालाबार हिल स्थित आवास में शरण ले सकते हैं.

नौसेना ने मुंबई में विभिन्न स्थानों पर सामुदायिक रसोई और भोजन के काउंटर खोले ताकि भारी बारिश के कारण जहां-तहां फंसे यात्रियों को राहत पहुंचायी जा सके. नौसेना के प्रवक्ता ने बताया, ‘चर्चगेट, भायखला, परेल, सीएसटी, वर्ली और तारदेव, मुंबई सेंट्रल, दादर, मानखुर्द, चेंबूर, मलाड तथा घाटकोपर में खोली गयी सामुदायिक रसोइयों से भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है. मंगलवार को मुंबई में हुई भारी बारिश के चलते फंसे मुंबईकरों के लिए पश्चिमी नौसेना कमान ने रुकने की व्यवस्था भी की थी.

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