Nagaland, Meghalaya, Tripura Election Result 2023 Updates in Hindi: पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में मतगणना का काम पूरा हो गया है. पूर्वोतर के तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों से एक में अपने दम पर स्पष्ट और दूसरे में सहयोगी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के साथ बहुमत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भाजपा की लगातार जीत का श्रेय पार्टी के नेतृत्व वाली सरकारों के कार्यों, उनकी कार्य संस्कृति तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के समर्पण की ‘त्रिवेणी’ को जाता है. चुनाव परिणाम से जुड़ी हर अपडेट यहां
नगालैंड विधानसभा में पहली बार दो महिलाएं चुन कर आयी हैं. दीमापुर तीन से एनडीपीपी की उम्मीदवार हेखानी जखालू और पश्चिमी अंगामी सीट से सलहूतु क्रूसे ने जीत दर्ज कर गुरुवार को इतिहास रच दिया. जखालू ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी लोजपा-रामविलास के अजेतो जिमोमी को 1,536 मतों के अंतर से हराया. वहीं, क्रुसे ने निर्दलीय केनिझाखो नखरो को सात वोट से हराया है. मालूम हो कि 1963 में नगालैंड राज्य बना, लेकिन वहां कोई महिला विधायक नहीं चुनी जा सकी थी. इस बार विधानसभा चुनाव में चार महिला उम्मीदवारों - हेखानी जखालू, सलहूतु क्रुसे, हुकली सेमा और रोजी थॉम्पसन ने चुनाव लड़ा था.
त्रिपुरा में भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 33 सीट जीतकर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की है. 2018 के चुनाव की तुलना में दोनों दलों को 10 सीट कम मिली हैं लेकिन स्पष्ट जनादेश के कारण नयी पार्टी टिपरा मोथा की मदद के बिना गठबंधन पांच साल तक शासन कर सकता है. टिपरा मोथा ने 13 सीट पर जीत दर्ज की. पूर्ववर्ती राजघराने के वंशज प्रद्योत किशोर देबबर्मा ने दो साल पहले टिपरा मोठा का गठन किया था. वाम-कांग्रेस गठबंधन ने 14 सीट हासिल कीं. देबबर्मा की पार्टी ने जनजातीय क्षेत्र में वाम दल के वोट में सेंध लगाई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिणामों की घोषणा के बाद पूर्वोत्तर सहित विभिन्न चुनावों में भाजपा की लगातार जीत का श्रेय पार्टी की सरकारों के कार्यों, उनकी कार्य संस्कृति तथा पार्टी कार्यकर्ताओं के समर्पण की ‘त्रिवेणी’ को दिया. भाजपा के लिए हालांकि, नगालैंड और मेघालय में कनिष्ठ सहयोगी के रूप में जीत भी एक तरह की कामयाबी है. वहीं, पूर्व में दोनों राज्यों में सत्ता में रह चुकी कांग्रेस के लिए नतीजे अच्छे नहीं रहे. मेघालय में कांग्रेस ने पांच सीट पर जीत दर्ज की जबकि नगालैंड में पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली.
सत्ता विरोधी लहर और टिपरा मोठा के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को अपने ‘मिशन पूर्वोत्तर’ में त्रिपुरा में सत्ता बरकरार रखते हुए मनोबल बढ़ाने वाली जीत दर्ज की जबकि नेफ्यू रियो के नेतृत्व वाली नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के साथ मिलकर नगालैंड में भी कामयाबी हासिल की. मेघालय में, भाजपा फिर से एक कनिष्ठ सहयोगी के रूप में सत्तारूढ़ सरकार का हिस्सा बनने के लिए तैयार है क्योंकि मुख्यमंत्री कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) 60 सदस्यीय विधानसभा में 26 सीट जीतकर भी बहुमत से दूर रह गई.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्वोत्तर के तीन राज्य त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में भाजपा और उसके सहयोगियों की जीत पर कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए को फिर से चुनकर शांति और प्रगति को चुनने के लिए नगालैंड के लोगों को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा को समर्थन देने के लिए मेघालय के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि पार्टी लोगों की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लिए ऐतिहासिक दिन है. भाजपा पर एक बार फिर भरोसा जताने के लिए मैं त्रिपुरा को धन्यवाद देता हूं, यह विकास समर्थक राजनीति की जीत है.
नागालैंड में रिपब्लिकन पार्टी के 2 सीट जीतने पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने गुरुवार को नगालैंड में मेरी पार्टी के दो उम्मीदवार जीत कर आए हैं. अगर और भी लोग जीतकर आते हैं तो मेरी पार्टी वहां एनडीए का समर्थन करेगी और रिपब्लिकन पार्टी सत्ता में भागीदारी भी मांगेगी.
कांग्रेस ने कुछ राज्यों के विधानसभा उप चुनावों में मिली जीत को उत्साहजनक करार देते हुए गुरुवार को कहा कि पूर्वोत्तर के तीन प्रदेशों के विधानसभा चुनाव के नतीजे निराशाजनक रहे हैं, जिसके कारणों पर वह विचार करेगी. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस त्रिपुरा में वाम दलों के साथ वाले गठबंधन को बहुमत मिलने की उम्मीद कर रही थी और मेघालय में भविष्य को देखते हुए टिकट दिए गए थे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को भाजपा के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित कर सकते हैं. भाजपा त्रिपुरा में अपने दम पर और नगालैंड में अपनी वरिष्ठ सहयोगी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के साथ सत्ता बरकरार रखने की ओर आगे बढ़ रही है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यहां पार्टी मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में मोदी को जीत के लिए सम्मानित किए जाने की संभावना है.
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि भाजपा की विशाल जीत हुई है. मैं इसके लिए त्रिपुरावासी को शुभकामनाएं देता हूं. आज शांतिपूर्ण तरीके से मतगणना संपन्न हुई. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने चुनाव की रणनीति तैयारी की और आज हमें जीत हासिल हुई है. इसके लिए मैं PM को भी धन्यवाद करता हूं.
जीत का प्रमाण पत्र प्राप्त करने पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि जीतने के बाद ये सर्टिफिकेट मिल रहा है तो बहुत अच्छा लग रहा है. मैं प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद करता हूं.
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बरदोवाली सीट से चुनाव जीत चुके हैं. आपको बता दें कि भाजपा ने इस बार त्रिपुरा में माणिक साहा के चेहरे पर चुनाव लड़ा है.
अंतिम परिणाम पर मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने कहा कि हमें वोट देने के लिए हम राज्य के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं. हमारे पास कुछ संख्या कम है, इसलिए हम अंतिम नतीजे आने का इंतजार करेंगे. हम देखेंगे कि आगे क्या कदम उठाए जाते हैं.
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के भाई जेम्स संगमा चुनाव हार गये हैं. वे दादेंग्रे सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे. उन्हें टीएमसी उम्मीदवार रूपा मारक ने हराया है.
नगालैंड की 60 विधानसभा सीटों में से 59 पर हुए चुनाव में तुएनसांग सदर-एक सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार पी. बशांगमोंगबा चांग ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को हराया. वहीं, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) ने अब तक दो और सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के उम्मीदवार ने एक सीट पर जीत दर्ज की है. निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी.
उत्तर पूर्व में चुनाव के परिणामों पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि उत्तर पूर्व में अभी भारतीय जनता पार्टी का ही प्रभाव चलेगा. त्रिपुरा CM डॉ. माणिक साहा ने कहा कि हमने पहले ही बोला थी कि भाजपा बहुमत की सरकार बनाएगी. मैं PM मोदी, अमित शाह, जे.पी. नड्डा और राजनाथ सिंह जी का धन्यवाद करता हूं. हम चुनाव के बाद की समीक्षा करेंगे कि जितनी सीट आनी चाहिए उतनी क्यों नहीं आईं. शपथ ग्रहण की तारीख केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा.
Nagaland Assembly Elections 2023 : चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी 11 सीटों पर आगे चल रही है, भाजपा ने एक सीट जीती है और 3 सीटों पर आगे चल रही है. जनता दल (यूनाइटेड) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एक-एक सीट पर आगे चल रही है.
त्रिपुरा में सभी 60 सीटों पर रुझान आ चुके हैं. भाजपा 36, लेफ्ट 15 और टीएमपी 9 सीटों पर आगे चल रही है. नगालैंड में भाजपा गठबंधन वाली एनडीपीपी 37, एनपीएफ 8 और कांग्रेस 2 और अन्य 13 सीटों पर आगे हैं. वहीं मेघालय में एनपीपी 27, कांग्रेस 5 और भाजपा 7 सीटों पर आगे चल रही है.
Meghalaya Elections Results : चुनाव आयोग के अनुसार गारो नेशनल काउंसिल के निकमन च मारक चोकपोट विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं. शुरुआती रुझानों के अनुसार मेघालय चुनाव में टीएमसी 2 सीटों पर आगे चल रही है.
त्रिपुरा में 60 में से 58 सीटों पर रुझान आ गये हैं. बीजेपी 43 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं लेफ्ट 9, टीएमपी 7 सीटों पर आगे चल रही है.
राष्ट्रीय दलों के बीच इस लड़ाई में प्रद्योत देबबर्मा के नेतृत्व वाला तीपरा मोथा भी त्रिपुरा में है जो एक प्रदेश की राजनीति में एक प्रभावी ताकत के रूप में उभरा है। जनजातीय आबादी के एक बड़े हिस्से के बीच इसके प्रभाव ने पारंपरिक पार्टियों को परेशान किया है. इसके संस्थापक देबबर्मा पूर्ववर्ती शाही परिवार के वंशज हैं और राज्य की जनजातीय आबादी में उनका खासा प्रभाव माना जाता है. पिछले चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने जनजातीय क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया था.
नगालैंड में 13 लाख से अधिक मतदाता हैं तथा 60 सदस्यीय विधानसभा की 59 सीटों के लिए चार महिलाओं एवं 19 निर्दलीय समेत 183 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. आकुलुटो सीट से भाजपा प्रत्याशी और निर्वतमान विधायक काजहेटो किन्मी ने निर्विरोध जीत दर्ज की है. यहां चर्चा कर दें कि सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपीपी) और भाजपा सीटों की साझेदारी के तहत क्रमश: 40 और 20 सीटों पर चुनावी मैदान में है.
नगालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा तीन राज्यों में त्रिपुरा ऐसा राज्य है जिस पर राष्ट्रीय स्तर पर सबकी निगाहे हैं क्योंकि वैचारिक रूप से यहां जीत दर्ज करना भाजपा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यह महत्वपूर्ण इसलिए भी है कि क्योंकि पारंपरिक प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और वाम दलों ने राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए पहली बार हाथ मिलाया है.
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