संयुक्त राष्ट्र : ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में फिल्मांकन की जानेवाली बॉलीवुड की पहली फिल्म बन गयी है. लिहाजा संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में फिल्म की शूटिंग होने से एक वरिष्ठ अधिकारी ने उम्मीद जतायी है कि विश्व संस्था के भविष्य की परियोजनाओं को लेकर भारतीय फिल्म उद्योग ‘‘दिलचस्पी’ दिखायेगा.
अर्जुन कपूर और श्रद्धा कपूर अभिनीत मोहित सूरी निर्देशित ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ चेतन भगत के इसी नाम से प्रकाशित उपन्यास पर आधारित है. फिल्म में अर्जुन को संयुक्त राष्ट्र में एक प्रशिक्षु के तौर पर काम करते दिखाया गया है.
संयुक्त राष्ट्र में एनजीओ रिलेशंस, एडवोकेसी एंड स्पेशल इवेंट्स के प्रमुख जेफ्री ब्रेज ने कहा, ‘‘हमलोग बेहद उत्साहित हैं. यह पहली भारतीय फिल्म है. मुझे वाकई में उम्मीद है कि यह फिल्म बॉलीवुड की हममें इस बात को लेकर दिलचस्पी बढ़ायेगी कि ना केवल वे यहां आ सकते हैं, बल्कि हमलोग कई तरीकों से भी जुड़ सकते हैं.’
ब्रेज ने इस बात की ओर इंगित किया कि फिल्मकार ना सिर्फ यहां फिल्मों की शूटिंग कर सकते हैं, बल्कि वे बालिका शिक्षा, गरीबी उन्मूलन और जलवायु परिवर्तन जैसे विश्व संस्था के केंद्रीय विषयों पर फिल्में भी बना सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हमलोग उनके साथ काम करने में बेहद रुचि रखते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘हमलोग कोई कथावाचक नहीं हैं, इसलिए हम आपकी कहानियों में अपनी दखल की कोशिश नहीं करेंगे. हमलोग बस संयुक्त राष्ट्र के संसाधनों को आप की पहुंच में लाना चाहते हैं.’
ब्रेज ने कहा कि ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ के बारे में जिस चीज ने उन्हें और उनकी टीम को उत्साहित किया, वह थी – बालिका शिक्षा और शौचालयों की कमी का मुद्दा, जो हमारे महत्वकांक्षी वैश्विक टिकाऊ विकास के फोकस एरिया रहे हैं.
उन्होंने बताया, ‘‘फिल्म (हाफ गर्लफ्रेंड) की जिस बात ने हमें उत्साहित किया, वह थी बालिका शिक्षा. कभी कभी तो लड़कियां शौचालयों की कमी के चलते शिक्षा नहीं प्राप्त कर पाती हैं.’ संयुक्त राष्ट्र के जनसूचना विभाग में क्रिएटिव कम्युनिटी आउटरीच पहल के प्रबंधक जॉन हर्बर्टसन ने कहा कि फिल्म की शूटिंग इसके तीन मुख्य स्थानों, संयुक्त राष्ट्र में सेक्रेटैरिएट भवन के बाहर, ट्रस्टीशिप काउंसिल चैंबर और इसकी 29वीं मंजिल पर प्रशिक्षु कार्यक्षेत्र में हुई है.
उन्होंने कहा, ‘‘बॉलीवुड फिल्में हॉलीवुड से अलग होती हैं और हम तक उनकी पहुंच बेहद अपील करनेवाली हैं.’ संयुक्त राष्ट्र का कई वृत्तचित्रों एवं टीवी कार्यक्रमों पर फोकस रहा है और वर्ष 2005 में निकोल किडमैन अभिनीत राजनीतिक थ्रिलर ‘‘द इंटरसेप्टर’ का भी फिल्मांकन संयुक्त राष्ट्र में हुआ था.
ब्रेज ने कहा कि कथावाचन के मंच के तौर पर संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक अपील है. क्रिएटिव कम्युनिटी आउटरीच पहल की शुरुआत वर्ष 2009 में हुई थी और यह संयुक्त राष्ट्र एवं स्टूडियो, निर्माताओं, निर्देशकों, लेखकों और अन्य सामग्री रचनाकारों के बीच संपर्क का काम करता है.
यह संयुक्त राष्ट्र स्थानों में फिल्मों की शूटिंग की सुविधा प्रदान करता है और उन्हें संयुक्त राष्ट्र के मुद्दों एवं कथानक रचनाओं पर शोध में सहायता करता है.