आज बॉलीवुड में सौ करोड़ी क्लब का बोलबाला है. बीते साल रिलीज हुई फिल्म ये जवानी है दीवानी, चेन्नई एक्सप्रेस, रामलीला, क्रिश 3, धूम 3 जैसे फिल्मों ने सौ करोड़ी क्लब की शोभा बढ़ाई. अलग अलग यॉनर की फिल्मों ने सौ करोड़ी क्लब में शिरकत की, जैसे रोमांटिक फिल्मों में ये जवानी है दीवानी ने अपनी उपस्थिति सौ करोड़ी क्लब में दर्ज करवाई, तो वहीं एक्शन थ्रिलर में क्रिश 3 और धूम 3 का परचम लहराया.
ग्रैंड मस्ती भारत की पहली एडल्ट कॉमेडी बनीं जो सौ करोड़ा क्लब में शामिल हुई. एक्शन कॉमेडी फिल्म बनाने में महारथी रोहित शेट्टी की चेन्नई एक्सप्रेस ने तो दो सौ करोड़ी कल्ब में इंट्री पा ली, इसके पिछे पिछे क्रिश 3 और धूम 3 ने बी अपना लोहा मनवाया.
हाल ही में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फ़ेसबुक पर किसी ने सवाल पूछा: बीते एक साल की कौन सी फ़िल्में याद हैं आपको, जो आपने एन्जॉय की?
इसके जवाब में लोगों ने धूम 3, कृष 3, चेन्नई एक्सप्रेस, ये जवानी है दीवानी, ग्रैंड मस्ती, भाग मिल्खा भाग, स्पेशल 26, आशिक़ी 2, फुकरे, रांझणा, डी डे, शुद्ध देसी रोमांस जैसी फ़िल्मों के नाम लिए. ये सभी फ़िल्में बॉक्स ऑफ़िस पर एक से बढ़कर एक हिट रही हैं.
कुछ लोगों ने शाहिद और लुटेरा जैसी लीक से हट कर बनी फ़िल्मों के नाम लिए. कुछ लोगों का मनना भाग मिल्खा भाग को छोड़कर बाक़ी सभी ठेठ बॉलीवुड मसाला फिल्मों के दर्जे में रखी जा सकती हैं. वैसे भाग मिल्खा भाग में भी मसाला फ़िल्मों के सभी गुण मौजूद थे जैसे ‘हवन करेगें’, ‘घुलमिल-घुलमिल’ जैसे गीत और मिल्खा का विदेशी युवती से प्रेम, सब कुछ तो था!
तो क्या ये मान लिया जाए कि 100 करोड़ कमाने की कुंजी मसाला फिल्में ही हैं.फिल्म व्यापार विशेषज्ञ कोमल नाहटा की मानें, तो बात सही है.वो कहते हैं, “बॉलीवुड की मसाला फिल्में न सिर्फ़ इंडिया में बल्कि ओवरसीज़ में भी बहुत अच्छा बिज़नेस करती हैं और ऐसी फिल्मों को बनाने में भी ब्रेन तो लगता ही है, लोग एंटरटेन होना पसंद करते हैं, हमेशा सोचने की मुद्रा में नहीं रहना चाहते.”
तो इसका तो सीधा अर्थ यही है कि जनाब पब्लिक मनोरंजन चाहती है, ‘ब्रेनलेस हो या ब्रेनफुल’, पिक्चर में मज़ा आया तो थिएटर हाऊसफुल वरना ख़ाली.