मुंबई:हिन्दी सिनेमा की अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा को डर लगता है कि कहीं उन्हें रुपहले पर्दे पर देखते हुए दर्शक बोर ना हो जाएं. अभिनय की दुनिया में आने से पहले परिणीति यश राज फिल्म में जनसंपर्क अधिकारी थीं. पहली बार वह अनुष्का शर्मा, रनवीर सिंह स्टारर ‘लेडिज वर्सेज रिकी बहल’ में छोटी भूमिका में नजर आयीं और लोगों ने उन्हें पसंद किया. फिर वह अजरुन कपूर के साथ ‘इशकजादे’ और सुशांत सिंह राजपूत के साथ ‘शुद्ध देशी रोमांस’ में मुख्य भूमिकाओं में नजर आयीं. परिणीति की नई फिल्म ‘हंसी तो फंसी’ जल्दी ही रिलीज होने वाली है.
‘इशकजादे’ में परिणीति को उनके अभिनय के लिए ‘राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार-स्पेशल मेंशन’ दिया गया. तीन वर्ष के फिल्म करियर में दर्शकों और आलोचकों दोनों से मिले अच्छे रिव्यू से अभिनेत्री बहुत खुश हैं. परिणीति ने बताया, ‘‘शुक्र है कि किसी फिल्म में मुङो नजरअंदाज नहीं किया गया. आशा करती हूं कि ऐसा कभी ना हो. आशा करती हूं कि मुङो कभी प्रशंसा और मुङो पसंद करने वालों से दूर ना होना पड़े. आशा है कि लोग कभी मुझसे बोर नहीं होंगे. मुङो इसका डर हमेशा रहता है.’’ पच्चीस वर्षीय अभिनेत्री परिणीति ने कहा, ‘‘मैं अभिनय करुंगी और प्रतिबद्धता के साथ अपना सर्वोत्तम काम करुंगी. मुझसे जो भी बन पड़ेगा मैं करुंगी, लेकिन फिर भी लोग मुझसे बोर हो जाते हैं तो मैं उनकी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर सकती. इसलिए यह डर भी रहता है.’’ अपनी अभिनय क्षमता और बबली लड़की की छवि के कारण अकसर परिणीति की तुलना रानी मुखर्जी और काजोल से की जाती है. अभिनेत्री इसे अपने लिए प्रशंसा की बात मानती हैं.
उनका कहना है, ‘‘यह बहुत अच्छी बात है क्योंकि निर्देशक सोचा करते थे कि ये अभिनेत्रियां कोई भी भूमिका कर सकती हैं. उनमें इतना आत्मविश्वास था. मैं चाहती हूं कि निर्देशक मेरे बारे में भी ऐसा ही सोचें कि कोई भी भूमिका बेहतर कर सकती हूं.’’ अभिनेत्री का कहना है, ‘‘मैं सबसे अच्छी अभिनेत्री बनना चाहती हूं और वह आर्ट फिल्मों के बगैर भी संभव है. मैं एक अच्छी कॉमर्शियल अभिनेत्री बनना चाहती हूं. रानी, काजोल, दीपिका :पदुकोण: और मेरी बहन प्रियंका चोपड़ा सब बहुत अच्छी अभिनेत्री हैं.’’परिणीति और सिद्धार्थ मल्होत्र स्टारर निर्देशक विनिल मैथ्यू की पहली फिल्म ‘हंसी तो फंसी’ सात फरवरी को रिलीज होने वाली है.