अनुप्रिया अनंत
फिल्म बॉबी जासूस में विद्या बालन एक जासूस की भूमिका में हैं. इस फिल्म के फस्र्ट लुक में विद्या बालन एक भिखारी के किरदार में नजर आ रही हैं. विद्या ने बातचीत में बताया कि किस तरह मेकअप करने के बाद जब वह नामपल्ली स्टेशन के पास जाकर मैं बैठीं तो किसी को पता ही नहीं चला. दूसरे भिखारियों के साथ बैठ कर मैं भी हाथ फैला रही थी और जब वह ज्यादा हाथ फैला रही थी तो किस तरह वहीं के एक भिखारी ने उन्हें डांट दिया.
विद्या इस अनुभव को बेहद सकारात्मक तरीके से ले रही हैं. उनका मानना है कि अभिनय ही दुनिया का एक मात्र माध्यम है जिसके माध्यम से आप दुनिया का हर अनुभव हासिल कर सकते हैं. वे इसका पूरा आनंद ले रही हैं. दरअसल उन्होंने बिलकुल मौके की ही बात कही है. एक सेलिब्रिटी केवल अभिनय के माध्यम से ही एक भिखारी की जिंदगी को नजदीक से देख सकता है या समझ सकता है.
मुझे यह जानकारी तो नहीं कि विद्या इस फिल्म में कितने देर के लिए इस लुक में हैं, हां मगर इतना जरूर तय है कि विद्या ने उन चंद लम्हों में ही उनकी जिंदगी समझने की कोशिश जरूर की होगी और इसे उन्होंने शिद्दत से महसूस भी किया होगा कि आखिर उनकी जिंदगी क्या होती है. किसी दौर में अशोक कुमार ने दिलीप कुमार को सलाह दी थी कि वे अगर अंधे भिखारी का किरदार निभाना चाहते हैं तो उन्हें जाकर वास्तविकता में उनकी जिंदगी को देखना समझना चाहिए. उनकी इस सलाह पर दिलीप मुंबई के महालक्ष्मी इलाके में जाकर भिखारियों के साथ वक्त बिताने के लिए तैयार हुए थे और नजदीक से उनकी जिंदगी को समझने के बाद ही उन्होंने वह किरदार बखूबी निभाया.
फिल्मों में यूं तो ऐसे किरदार कई कलाकारों ने निभाये हैं, लेकिन जिस तरह दिलीप कुमार ने उनसे महसूस कर निभाया है, विद्या बालन भी इसे बखूबी निभायेंगी. एक सुपर सितारा होने के बावजूद वास्तविकता में भीड़ के बीच भिखारी का किरदार निभाने की हिम्मत विद्या ही दिखा सकती हैं.