कोलकाता: कश्मीरी फर लगी भूरे रंग की जो टोपी प्रख्यात गायक मन्ना डे की पहचान बन चुकी थी, वह कश्मीर घाटी में आयोजित एक संगीत कार्यक्रम के दौरान उन्हें उस वक्त दी गयी थी जब वह ठंड से ठिठुर रहे थे.
डे ने अपनी आत्मकथा में लिखा है, ‘‘यह दिसंबर का महीना था और मैं एक संगीत कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए कश्मीर गया था. उस वक्त वहां ठंड तो थी ही, बर्फबारी भी हो रही थी.’’उन्होंने लिखा है, ‘‘जब मैं मंच पर ठंड से कांप रहा था तो मेरे मन में ख्याल आ रहा था कि मैं किस तरह गाने गाउंगा. मुङो अहसास हो चला था कि ठंड के कारण मैं अपने सुर और तान को लयबद्ध नहीं कर पाउंगा.’’
जब डे यह सोच ही रहे थे कि तभी उनका एक मुरीद मंच पर आया और उसने बड़ी गर्मजोशी से उन्हें टोपी की पेशकश की. डे ने अपने इस मुरीद के तोहफे को कबूल कर लिया. ‘किंग ऑफ मेलोडी’ के नाम से भी मशहूर डे ने आगे लिखा, ‘‘उस पेशकश ने मुङो बड़ी राहत दी. मैं फिर से आत्मविश्वास से भर गया और दर्शकों ने मेरी प्रस्तुति का खासा लुत्फ उठाया.’’ इस घटना के बाद से फर की टोपी डे की पहचान बन गयी.