नेशनल अवार्ड विनिंग एक्ट्रेस कोंकणा सेन शर्मा दो साल के अंतराल के बाद मेघना गुलज़ार की फ़िल्म ‘तलवार’ में नज़र आ रही हैं. यह फ़िल्म 2008 में नॉएडा में हुए डबल मर्डर यानि चर्चित आरुषि हत्याकांड पर आधारित है. फ़िल्म में कोंकणा आरुषि की माँ नुपुर तलवार की भूमिका में हैं. कोंकणा की इस फ़िल्म और कैरियर पर उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश…
– क्या वजह थी जो आपने इस फ़िल्म को हाँ कहा?
इस फ़िल्म को हां कहने की कई कारण थे. ये केस मुझे लगता है कि हर कोई जनता है. मैं टीवी की फॉलोवर नहीं हूं लेकिन मैं भी इससे अवगत थी. विशाल और मेघना को मैं काफी समय से जानती हूं. जब इस फ़िल्म का मुझे ऑफर आया तो मैंने हां कह दिया. मुझे फ़िल्म की स्क्रिप्टिंग बहुत ही एंगेजिंग लगी.
– यह फ़िल्म वास्तविक घटना पर आधारित है क्या आपने अपने किरदार के लिए कोई होमवर्क किया?
मुझे कुछ भी होमवर्क करने की ज़रूरत नहीं पड़ी. जो भी होमवर्क किया है मेघना ने किया है. मैंने सिर्फ स्क्रिप्ट को फॉलो किया है.
– इस केस पर पहले भी एक फ़िल्म बन चुकी है क्या आपने वह फ़िल्म देखी है?
हाँ इस पर एक और फ़िल्म बन चुकी है।मैंने वह फ़िल्म नहीं देखी है लेकिन यह फ़िल्म उस फ़िल्म से बिलकुल अलग है. यहाँ सभी पहलुओं को दिखाया गया है. ये फ़िल्म तीन अलग अलग सीनारियो को सामने लाती है. फ़िल्म हो या मीडिया ट्रायल अब तक सिर्फ एक ही पक्ष को दिखाया गया है इसलिए ये फ़िल्म खास है.
-इस फ़िल्म में लाइफ इन मेट्रो के बाद आप फिर से इरफ़ान के साथ हैं ,एक एक्टर के तौर पर आप उनमें क्या बदलाव पाती है?
कुछ भी नहीं वह एक एक्टर के तौर कल भी कमाल के अभिनेता थे और अब भी है. इस फ़िल्म में नीरज काबी भी हैं. वह भी बहुत टैलेंटेड हैं. इतने कमाल के कलाकार जब फ़िल्म का हिस्सा बनते हैं तो काम करने का मज़ा ही दुगुना हो जाता है.
– फ़िल्म निर्देशिका मेघना की माँ राखी और आपकी माँ अपर्णा सेन बहुत अच्छे दोस्त हैं क्या इस वजह से मेघना से आपकी बॉन्डिंग ज़्यादा है?
हाँ हम बचपन से एक दूसरे को जानते हैं. शूटिंग के वक़्त कई यादें ताज़ा हुई थी. हम अपनी माँ की फिल्मों की शूटिंग में मिलते थे.
– एक माँ होने के नाते क्या आप अब एक्ट्रेस के तौर पर भी परिपक्व हुई है?
माँ होने के नाते मैं किरदार को ज़्यादा समझ सकती हूं. ऐसा नहीं है. मैं एक्टर हूं. जब एक्टिंग करती हूं तो सिर्फ एक्टिंग करती हूं. मैं किरदार से निजी तौर पर रिलेट नहीं करती हूं.
– ‘पेज थ्री’, ‘वेक अप सिड’ जैसी फिल्मों से आपका नाम टॉप की अभिनेत्रियों में शुमार हो गया था फिर क्या हुआ जो आप अचानक से गायब हो गयी?
हाँ मेरा कैरियर बहुत अच्छा चल रहा था. ‘पेज थ्री’ और ‘वेक अप सिड’ जैसी फिल्में हिंदी सिनेमा में मेरी उपस्थिति पुख्ता हो गयी थी लेकिन शादी फिर हारून का जन्म. मुझे अपना समय अपने बेटे को देना पड़ा. जिस वजह से मैं अपने कैरियर पर उतना ध्यान नहीं दे पायी जितना मुझे देना चाहिए था. मैंने फिल्में कम की. यह सिर्फ अभिनेत्री ही नहीं मुझे लगता है कि हर वर्किंग मदर की परेशानी है. पापा से ज़्यादा माओं को ही अपने बच्चों की ज़िम्मेदारी लेनी पड़ती है. उसके लिए कई तरह के बलिदान देने पड़ते हैं. मैंने भी दिया लेकिन मुझे इसका अफ़सोस नहीं है.
– हाल ही में आपके पति रणवीर शौरी से आपके अलगाव की बात सामने आयी है?
(बीच में रोकते हुए)शादी और सेपरेशन के बारे में जो कुछ भी कहना था वो ट्विटर पर बोल दिया है.
– आप निर्देशन के तौर पर अपनी शुरुवात करने जा रही हो उस फ़िल्म की क्या स्थिति है ?
हाँ उस फ़िल्म पर काम चल रहा है लेकिन फिलहाल उस पर बात करना जल्दीबाज़ी होगी.