फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग और हॉलीवुड एक दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं क्योंकि दोनों के पास बहुत कुछ है और दोनों ही उद्योग सिनेमा का विकास चाहते हैं.भंडारकर यहां 27 सितंबर से शुरु हुए तीन दिवसीय ‘‘सिनेमा बियॉन्ड बाउन्ड्रीज’’ आयोजन
‘चांदनी बार’, ‘पेज 3’, ‘फैशन’ और ‘हीरोइन’ जैसी फिल्में बना चुके निर्देशक मधुर भंडारकर ने उम्मीद जताई कि सिनेमा में वैश्विक परिदृश्य के संदर्भ में हॉलीवुड के निर्देशकों, लेखकों और संगीतकारों से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.
यह आयोजन भारतीय सिनेमा पर वैश्विक प्रभाव तथा तेजी से आगे बढ़ रहे फिल्म निर्माण उद्योग में बदलाव के अनुमानों पर केंद्रित है.
भंडारकर ने कहा ‘‘भारतीय सिनेमा अब सिर्फ भारत के दर्शकों तक ही सीमित नहीं है. दुनिया भर में हमारे दर्शक हैं और वैश्विक परिदृश्य में तालमेल आवश्यक है. सीमाओं से परे सिनेमा दर्शकों और फिल्म निर्माताओं को एक साथ लाएगा और इससे उच्च गुणवत्ता वाले सिनेमा को मदद मिलेगी.’’
उन्होंने कहा कि अपनी फिल्मों के माध्यम से वह उन क्षेत्रों को टटोलने की कोशिश करते हैं जहां अब तक कोई नहीं गया है. पुरानी बेहतरीन फिल्मों के रीमेक के चलन पर भंडारकर ने कहा कि वह पुरानी फिल्मों को दोहराने के इच्छुक नहीं हैं.
भंडारकर ने कहा ‘‘मेरे पास कई बेहतर आयडिया और अच्छे विषय हैं. इसलिए मैं खुश हूं. मैं पुरानी फिल्में नहीं दोहराता. लेकिन किसी को भी नहीं कभी नहीं कहना चाहिए. हो सकता है कि आने वाले कल में मुङो लगे कि मै अपनी ही किसी फिल्म का दूसरा भाग बनाउं.’’ फिल्म निर्माताओं की इस बैठक में ‘कहानी’ की लेखिका अवाइता काला, ‘डॉर पेयोटे’ के निर्देशक माइकल कैन्जोनाइएरो, टोनी पुरस्कार से सम्मानित डैन फोगलर, निर्देशक व्लादान निकोलिक और अभिनेता सरिता चौधरी, अजय नायडू तथा रेशमा शेट्टी भी भाग ले रहे हैं.