बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार का कहना है कि उनकी फिल्मों का चयन बहुत हद तक बाजार की मांग पर निर्भर करता है और लगातार एक्शन-हास्य भूमिकाएं करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं. पिछले साल 45 वर्षीय अभिनेता की ‘हाउसफुल-2’, ‘राउडी राठौड.’, ‘जोकर’ और ‘खिलाड़ी786’ जैसी फिल्में बडे. परदे पर दिखी थीं.
अक्षय की इससे पहले की फिल्में ‘देसी बॉयज’, ‘तीस मार खां’, ‘खट्टा-मीठा’ और ‘दे दना दन’ भी हास्य फिल्में थीं. अक्षय ने कहा कि कभी-कभी आपको लोगों की पसंद के मुताबिक भी फिल्में करनी होती हैं. मुझे भी बदलाव की जरूरत महसूस होती है, लेकिन मुझे बाजार की मांग के अनुसार फिल्में करनी पड.ती हैं, ये मेरी पसंद नहीं होतीं.
लंबे समय से एक ही तरह की भूमिकाएं करने के बारे में पूछे जाने पर अभिनेता ने थोड़ी नाराजगी के साथ कहा कि ‘स्पेशल 26’ के जरिये उन्होंने इस शैली को तोड.ने की कोशिश की और आनेवाली फिल्म ‘वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा’ इसी कड़ी में अगला नाम होगा, जिसमें वे नकारात्मक किरदार में दिखेंगे.
वर्ष 2001 की फिल्म ‘अजनबी’ में भी वे नकारात्मक किरदार में दिखे थे. अक्षय ने कहा कि फिल्म के नायक के सिर पर बंदूकें तानना काफी रोमांचक अनुभव था. पहली बार मुझे ये करने का अवसर मिला था. वर्ष 2010 की फिल्म ‘वन्स अपॉन अ टाइम इन मुबई’ की सीक्वल फिल्म में अक्षय ने शोएब खान का किरदार निभाया है, इससे पहले ये किरदार इमरान हाशमी ने निभाया था. इस तरह की खबरें हैं शोएब का किरदार दाउद इब्राहिम से प्रेरित है, लेकिन अभिनेता ने रील और रियल डॉन (वास्तविक डॉन) में किसी भी तरह की समानता से इनकार किया.