सीरियल मनमोहिनी में नजर आ रहे अभिनेता अंकित सिवाच जल्द ही फिल्म ‘बनारस वनिला’ से बॉलीवुड डेब्यू करेंगे. इंडस्ट्री में वे अपनी फिटनेस के लिए हमेशा सराहे जाते हैं. शायद इसकी एक वजह है अंकित का खेलों से गहरा जुड़ाव. वे कुशल जिमनास्ट होने के साथ स्टेट लेवल वॉलीबॉल प्लेयर भी रह चुके हैं. अंकित कहते हैं कि मैं हर दिन वर्कआउट करता हूं. सही मात्रा में और सही समय पर ही खाता हूं. अपने स्वाद पर कंट्रोल रखना जानता हूं. तभी आज बेहतर फिजिक बना पाया हूं. एक नजर उनके फिटनेस और डाइट पर.
अंकित ने खास बातचीत में कहा कि मैं एक स्पोर्ट्स पर्सन रहा हूं, इसलिए मुझे याद नहीं कि कभी मुझे फिटनेस लेवल को लेकर कोई असंतोष रहा हो या औरों की तरह वजन को लेकर चिंतित रहा हूं. ऐसा कभी नहीं हुआ. बचपन से ही स्पोर्ट्स में एक्टिव रहा हूं. फिजिकल एक्टिविटीज मेरी डेली रूटीन में शामिल रही है. मैं स्टेट लेवल पर वॉलीबॉल प्लेयर रह चुका हूं. इसके अलावा भी कई खेलों से जुड़ा हुआ रहा. वैसे मेरा पूरा परिवार स्पोर्ट्स से जुड़ा है. मेरे पिता क्रिकेटर रहे हैं, तो छोटा भाई नेशनल लेवल का बास्केटबॉल प्लेयर. मैं 15 साल की छोटी उम्र से वर्कआउट कर रहा हूं, जो आज भी जारी है. चाहे कुछ भी हो जाये, मैं अपना वर्कआउट मिस नहीं करता. वर्कआउट मेरा सबसे पसंदीदा साथी है.
उन्होंने कहा कि मुझे वर्कआउट से बहुत ही सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. यही वजह है कि मैं बोर्ड एग्जाम देने जाने से पहले भी वर्कआउट करके गया था, ताकि मैं पॉजिटिव महसूस करूं. मैं अपने वर्कआउट बीच-बीच में बदलता रहता हूं. इसका बॉडी पर बहुत अच्छा प्रभाव होता है. वर्कआउट कभी बोरिंग भी नहीं लगता है. बॉडीवेट ट्रेनिंग, हीट, वेट लिफ्टिंग, कलिस्थेनिक, जिम्नास्टिक, किक बॉक्सिंग ये सब मेरे वर्कआउट में शामिल हैं. अपनी शूटिंग शेड्यूल की वजह से मुझे जल्दी उठना पड़ता है. जितना अपने दिमाग को समझना जरूरी होता है, उतना अपनी बॉडी को भी. जब आप अपनी बॉडी को समझने लगते हैं, तो फिर वह भी आपको अच्छा रिस्पॉन्स देता है. लचीलापन, ताकत और स्फूर्ति, एक फिट शरीर के तीन स्तंभ हैं और मैं हमेशा से इनमें फिट रहा हूं. हां, कभी-कभी एक्सरसाइज में इंज्युर्ड होने की वजह से महीनों तक एक्सरसाइज नहीं कर पाता. लेकिन एक्सरसाइज का एक रूटीन सेट होता है, तो फिर दोबारा शेप में आने में मुश्किल नहीं होती. मैं योग भी करता हूं, लेकिन ब्रीदिंग एक्सरसाइज के तौर पर. यह डेली शेड्यूल का हिस्सा नहीं होता.
कम कर दिया नॉनवेज खाना
अंकित ने कहा कि सच कहूं तो शुरू से मैं नॉनवेज खाता रहा हूं, मगर हाल ही में मैंने इसे मिनिमाइज कर दिया है. आशा है कि जल्द ही इसे हमेशा के लिए त्याग दूंगा. आज सभी फिटनेस लवर वेज की ओर मूव कर रहे हैं, तो मैं क्यों नहीं. वैसे भी इसके फायदे कम और नुकसान ज्यादा हैं. अब आम भारतीय की तरह हर रोज तीन समय का खाना शुरू कर दिया है. साथ ही डाइट एकदम लाइट हो गयी है. घर का बना सादा खाना ही प्रीफर करता हूं. रोटी, दाल, हरी सब्जियां, फल आदि लेता हूं. मैंने नोटिस किया कि सादा और वेज आहार लेने से पाचन बिल्कुल सही रहता है. कभी कोई परेशानी नहीं होती. पार्टी वगैरह में रिच और स्पाइसी खाने से बचता हूं. हां, मैं प्रोटीन का अधिक से अधिक इनटेक लेता हूं. खान-पान के इस बदलाव की वजह से मेरी बॉडी में बहुत ही सकारात्मक बदलाव आये हैं. पानी तो पीता ही हूं, साथ ही लिक्विड डाइट के तौर पर नारियल पानी, जूस वगैरह से पूर्ति करता हूं. ध्यान जरूर रखता हूं कि मौसम चाहे कोई भी हो, मगर बॉडी डिहाइड्रेड न हो. इन्हीं बातों का पालन करता हूं.
फिटनेस टिप्स
अंकित ने कहा कि फिटनेस के लिए एक व्यक्ति को सिर्फ एक्सरसाइज और डाइट ही नहीं, बल्कि स्ट्रेस, निगेटिविटी और गला काट प्रतियोगिता से भी दूर रहना जरूरी है, तो फिर अंदर से भी सेहत को मजबूती मिलती है. फिटनेस के मामले में जॉन अब्राहम और सिल्वेस्टर स्टेलॉन मेरी पहली प्रेरणा रहे हैं. मैं अमेरिकन सुपरमॉडल ग्रेग पिट को भी फॉलो करता हूं. वह फिटनेस की दुनिया में एक लीजेंड माने जाते हैं.
बातचीत : उर्मिला कोरी, मुंबई