बॉलीवुड के छोटे नवाब और जानेमाने अभिनेता सैफ अली खान को हिंदी फिल्में देखना पसंद नहीं है. उनका कहना है कि सैफ अली खान ने कहा कि,’ मैं बिल्कुल नहीं चाहता कि फिल्मों के साथ ही खांऊ सांस लूं और अपना पूरा वक्त बिताऊं’.
सैफ कहते है कि हिंदी सिनेमा बेहद ड्रामैटिक होता है और मुझे इतना ज्यादा ड्रामा पसंद नहीं है. रियल लाइफ में भी ऐसा कहीं नहीं होता है जैसा फिल्मों में दिखाया जाता है.
सैफ ने कहा कि दूसरा मैं खुद हिंदी फिल्म का हीरो हूं इसलिए भी मैं हिंदी फिल्में नहीं देखता क्योंकि वही समय होता है जब आप अपने काम से बाहर का सोच रहे होते हैं. सैफ अगर बोर भी होते है तो वे हिन्दी फिल्में कभी नहीं देखते.