नयी दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी मेंशुक्रवार को 65वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों का ऐलान करते समय फीचर फिल्मों के निर्णायक मंडल के अध्यक्ष शेखर कपूर क्षेत्रीय सिनेमा से काफी प्रभावित दिखे और उन्होंने कहा कि हिंदी फिल्मों को अपनी गुणवत्ता में सुधार लाना चाहिए.
दिग्गज फिल्मकार ने पुरस्कारों का ऐलान करते हुए क्षेत्रीय फिल्मों और खासकर मलयाली सिनेमा का जिक्र किया. उनसे पूछा गया कि क्या मुख्यधारा की फिल्मों और क्षेत्रीय सिनेमा में कोई अंतर रह गया, तो कपूर ने कहा – मेरे ख्याल से हिंदी सिनेमा को क्षेत्रीय फिल्मों से प्रेरणा लेने की जरूरत है.
निर्देशक ने विजेताओं के नामों का ऐलान करते हुए कहा कि कुछ क्षेत्रीय फिल्मों की गुणवत्ता अद्भुत है और हिंदी फिल्म उनसे मुकाबला नहीं कर सकते.